Sukma Encounter Update: सुकमा मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली सन्नू ढेर, हथियारों का जखीरा लेकर लौटे जवान

Naxalite Sannu killed in Sukma Encounter : सुकमा। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ 48 घंटे तक चले एक एंटी-नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस अभियान में दो नक्सलियों को मार गिराया गया, जिनकी पहचान साउथ सब जोनल ब्यूरो की डिप्टी कमांडर माड़वी माडा और साउथ बस्तर डिवीजन कमेटी के एरिया कमेटी मेंबर संदेश उर्फ सन्नू के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक इस मुठभेड़ पेसलपाड़ और तुमरेल के घने जंगलों में हुई, और सर्च ऑपरेशन के दौरान खून के धब्बे व घसीटने के निशान मिले, जिससे अन्य नक्सलियों के मारे जाने या घायल होने की संभावना जताई जा रही है।
माड़वी माडा का खात्मा
पेसलपाड़ मुठभेड़ में मारे गए नक्सली माड़वी माडा साउथ सब जोनल ब्यूरो की डिप्टी कमांडर था। सुरक्षाबलों ने उसके पास से 9 एमएम ऑटोमेटिक सर्विस पिस्टल, बीजीएल लॉन्चर, बीजीएल सेल, 11 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 18 .303 जिंदा कारतूस, दो पिस्टल कारतूस, वायरलेस सेट, चार्जर, और अन्य सामग्री बरामद की। यह ऑपरेशन डीआरजी, एसटीएफ, और कोबरा सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त रूप से चलाया, जिससे नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचा।
संदेश उर्फ सन्नू की मौत
तुमरेल मुठभेड़ में मारा गया दूसरा नक्सली संदेश उर्फ सन्नू साउथ बस्तर डिवीजन कमेटी का एरिया कमेटी मेंबर था। सर्च ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने 12 बोर की बंदूक, एसएलआर मैगजीन, जिंदा कारतूस, खाली खोखे, हैंड ग्रेनेड, माओवादी वर्दी, बैनर, पाम्पलेट, रेडियो सेट, और विस्फोटक सामग्री बरामद की। यह बरामदगी नक्सलियों की हिंसक गतिविधियों की गंभीरता को दर्शाती है।
नक्सलियों को सुरक्षाबलों की चेतावनी
मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की चेतावनी दी। जवानों ने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते, तो उनका अंत शीर्ष नक्सली कमांडर बसाराजू की तरह भयावह होगा। यह चेतावनी बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे सख्त अभियान का हिस्सा है, जिसने हाल के महीनों में नक्सलियों को कमजोर किया है।
बस्तर में नक्सलवाद पर प्रहार
यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही व्यापक कार्रवाइयों का हिस्सा है। हाल ही में, बीजापुर के इंद्रावती नेशनल पार्क में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया था, और कर्रेगुट्टा मुठभेड़ में 19 नक्सलियों के शव बरामद हुए थे।
बस्तर में नक्सलियों द्वारा स्नाइपर गन और कमांड IED जैसे उन्नत हथियारों का उपयोग भी सामने आया है, जो सुरक्षाबलों के लिए चुनौती पेश करता है। इन अभियानों से नक्सलियों की कमर टूट रही है, लेकिन खून के धब्बों और घसीटने के निशानों से संकेत मिलता है कि कुछ नक्सली घायल होकर भागे हो सकते हैं, जिसके लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।
