नंदनवन को फिर मिलेगी नई पहचान, 100 करोड़ का मेगा रिवाइवल प्लान

राजधानी के ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में से एक नंदनवन को उसका पुराना गौरव लौटाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने मंगलवार को नंदनवन-नंदन पक्षी विहार का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वन विभाग ने मंत्री कश्यप को नंदनवन के पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण के लिए तैयार किए गए लगभग 100 करोड़ रुपए के मेगा प्रोजेक्ट प्लान की प्रस्तुति दी।
डीपीआर तैयार कर जल्द शुरू करेंगे कार्य
मंत्री कश्यप ने अधिकारियों से कहा कि विस्तृत डीपीआर जल्द तैयार कर कार्य को निर्धारित समय सीमा में शुरू किया जाए। उन्होंने योजना को एक विजन डॉक्यूमेंट के रूप में तैयार करने का निर्देश दिया, जिससे आने वाले वर्षों तक स्थायी विकास सुनिश्चित किया जा सके।
पक्षियों के प्रजनन पर सतत मॉनिटरिंग
निरीक्षण के दौरान मंत्री कश्यप ने नंदनवन पक्षी विहार में रखे जा रहे विदेशी पक्षियों का अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी पक्षियों को उनकी नस्ल के अनुसार विशिष्ट आहार और आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके साथ ही विदेशी पक्षियों के प्रजनन पर सतत मॉनिटरिंग की जाए।
स्थानीय नागरिकों से मिले सुझाव, योजना में होंगे शामिल
निरीक्षण के दौरान मंत्री कश्यप और विधायक राजेश मूणत ने स्थानीय ग्रामीणों और नंदनवन से जुड़ी यादें रखने वाले नागरिकों से चर्चा की। लोगों ने आग्रह किया कि नंदनवन को जल्द से जल्द आधुनिक रूप दिया जाए। मंत्री ने आश्वासन दिया कि नागरिकों के सुझावों को पुनर्निर्माण योजना में विशेष महत्व दिया जाएगा।
नंदनवन जनभावनाओं से जुड़ा स्थल
निरीक्षण के बाद विधायक राजेश मूणत ने कहा कि नंदनवन रायपुर वासियों की भावनाओं से जुड़ा स्थान है। पिछले 40-45 वर्षों से यह शहर के लोगों का पसंदीदा पिकनिक और पर्यटन स्थल रहा है। इसे आधुनिक बनाते समय इसकी मूल हरियाली और प्राकृतिक खूबसूरती को संरक्षित रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विस्तृत और त्रुटिहीन डीपीआर तुरंत तैयार की जाए, ताकि क्रियान्वयन में कोई कमी न रह जाए।
प्रकृति आधारित पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मंत्री केदार कश्यप ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नंदनवन को चरणबद्ध तरीके से विकसित करते हुए इसे एक बायोडायवर्सिटी थीम पार्क का स्वरूप दिया जाए। उन्होंने कहा कि नंदनवन को ऐसा केंद्र बनाया जाए, जहां जैव विविधता संरक्षण, पर्यावरण जागरूकता और प्रकृति आधारित पर्यटन को बढ़ावा मिले।
निरीक्षण में उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण के दौरान मंत्री कश्यप के साथ सीसीएफ, डीएफओ, स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
