20 फरवरी से छत्तीसगढ़ बोर्ड एग्जाम, प्रोजेक्ट वर्क और लैब अभ्यास की तैयारी

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं 20 फरवरी 2026 से प्रारंभ होंगी। इसके पहले प्रायोगिक परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए जिले के सभी स्कूलों में शिक्षक और विद्यार्थी तैयारियों में जुटे हैं।
प्रायोगिक तैयारी
• विशेषकर विज्ञान संकाय के छात्र प्रयोगशालाओं में लगातार अभ्यास कर रहे हैं।
• रसायन विज्ञान, भौतिकी और जीव विज्ञान के प्रैक्टिकल्स में प्रयोगों के चरण, उपकरणों का उपयोग, रासायनिक अभिक्रियाएं और वैज्ञानिक प्रक्रियाओं की गहन समझ विकसित की जा रही है।
• माधवराव सप्रे स्कूल और जे.एन. पांडे स्कूल में विज्ञान लैब इस समय अत्यधिक सक्रिय दिखाई दे रही है।
10वीं और 12वीं में नया ब्लूप्रिंट
• इस वर्ष लगभग 10 साल बाद ब्लूप्रिंट में बदलाव किया गया।
• नई शिक्षा नीति के अनुसार, प्रत्येक विषय में 5 बहुविकल्पीय प्रश्न और 5 अति लघु उत्तरीय प्रश्न अनिवार्य होंगे।
• कक्षा 11वीं और 12वीं में प्रोजेक्ट वर्क पहली बार शामिल किया गया है।
o कुल अंक: 100 (सैद्धांतिक 80, प्रोजेक्ट 20)
विषयवार तैयारी और शिक्षक व्यवस्था
• भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के लिए अलग-अलग दिन निर्धारित किए गए, जिससे छात्रों को पर्याप्त समय और अभ्यास मिल रहा है।
• प्रायोगिक परीक्षाओं की तैयारी के दौरान शिक्षक छात्रों की व्यक्तिगत शंकाओं का समाधान कर रहे हैं।
• माधवराव सप्रे स्कूल में गणित शिक्षक की एसआइआर ड्यूटी होने के कारण गणित पढ़ाने की जिम्मेदारी पॉलिटिकल साइंस शिक्षक ने संभाली है।
• छात्रों को सूत्र आधारित गणित और अंग्रेजी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
• समय-समय पर लिखित टेस्ट लेकर तैयारी की समीक्षा की जा रही है।
अर्धवार्षिक परीक्षा
• 11 दिसंबर से अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू होगी।
• हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में दोपहर 12 से 3 बजे तक, प्राइमरी स्कूल में सुबह 11 से दोपहर 1 बजे, और मीडिल स्कूल में सुबह 11 से 1.30 बजे तक।
• सभी जिलों में डीईओ और बीईओ ने समय सारिणी जारी की है और स्कूल प्रमुखों को परीक्षा की तैयारी सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
मुख्य उद्देश्य
• छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक रूप में लागू करने का अवसर मिल रहा है।
• प्रायोगिक और सैद्धांतिक तैयारी को व्यवस्थित करने से बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन की संभावना बढ़ रही है।
