छत्तीसगढ़ में सभी अश्वमेध के घोड़े: संगठन में करना चाहते हैं बदलाव- रायपुर में बोले पायलट

संगठन में करना चाहते हैं बदलाव- रायपुर में बोले पायलट
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Sachin Pilot Press Conference in Raipur : रायपुर। हर संगठन में बेहतर करने की गुंजाइश रहती है। हम संगठन में मंडल से लेकर ऊपर तक चेंज भी चाहते हैं। इसे लेकर प्रस्ताव भी पास हुआ है, लेकिन इसपर अमल करना इतना आसान नहीं है, फिर भी हमलोग उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को सचिन पायलट ने रायपुर के राजीव गांधी भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यह बात कही है। सचिन पायलट ने राहुल गांधी के लंगड़े घोड़े बदले जाएंगे वाले बयान पर कहा कि, यहां (छत्तीसगढ़ में) सभी अश्वमेध के घोड़े हैं।

किसानों की स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है?

इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि, साय सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां सरकार अपनी कामयाबी बता सके। पूरे प्रदेश में खाद की कमी है। किसानों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। किसानों की स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है? पूरे प्रदेश में लूट-रेप, डकैती, फिरौती, फायरिंग की वारदात हो रही है।

पायलट ने आगे कहा कि, हिंसा किसी को भी स्वीकार नहीं, शांति और विकास हम सभी चाहते हैं। भूपेश बघेल सरकार में हमने बहुत काम किए, पुलिस एक्शन के अलावा और भी काम नक्सल उन्मूलन के लिए होना चहिए। राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए और पारदर्शी कार्रवाई होनी चाहिए

सचिन ने आगे कहा कि डेढ़ सालों में बघेल सरकार की 17 योजनाओं को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। पुलिस-एजेंसी का इस्तेमाल कर कांग्रेस के नेताओं को टारगेट बनाया जा रहा है।

सचिन पायलट ने बताया कि 7 जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का छत्तीसगढ़ दौरा होगा। साइंस कॉलेज ग्राउंड में 11 बजे वे सभा को संबोधित करेंगे। इस सभा का नाम दिया गया है किसान, जवान, संविधान जनसभा। जनता की आवाज बनने हमें सड़कों पर उतरना पड़ेगा।

गौरतलब है कि, सोमवार को राजीव भवन में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने मैराथन बैठक की। इस बीच पॉलिटिकल अफेयर्स की मीटिंग में भूपेश बघेल ने अनुशासनहीनता को लेकर नाराजगी जताई। इसके अलावा बताया जा रहा है कि, उन्होंने चरणदास महंत से भी पूछा कि, आप मुख्यमंत्री पर हमला करने से क्यों बचते हैं? नेता प्रतिपक्ष को सरकार के खिलाफ मुखर होना चाहिए।

बताया जा रहा है कि, बैठक में सीनियर नेताओं ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि, उन्हें जिम्मेदारी नहीं दी जा रही है। जबकि सीनियर नेताओं के अनुभवों का लाभ लेना चाहिए। पॉलिटिकल अफेयर्स की मीटिंग के बाद प्रदेश पदाधिकारियों और अलग-अलग प्रकोष्ठ-विभाग की बैठक हुई। इसके बाद जिला अध्यक्षों के साथ भी सचिन पायलट ने चर्चा की।

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