लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश, JDU बोली - कांग्रेस न दे सेकुलरिज्म की दुहाई

JDU नेता और मंत्री ललन सिंह ने कहा - वक्फ धार्मिक संस्था नहीं है। यह तो एक ट्रस्ट है। चाहे महिला हो, गरीब हो या पिछड़े ट्रस्ट को सभी के हक़ के लिए काम करना चाहिए। अरे अगर आपको पसंद नहीं है तो मोदी जी का चेहरा नहीं देखिए लेकिन उनके काम को सराहिए। वे समाज के हर तबके के लिए काम कर रहे हैं। यह तो आपका पाप है इसलिए आपको खराब लग रहा है। आप मुसलमानों के कल्याण के विरोधी हैं क्या। दो तरह के लोग वक्फ संशोधन के खिलाफ हैं एक वे जो धार्मिक माहौल का उपयोग सत्ता के लिए करते थे और वे जिनका वक्फ की सम्पत्तियों पर कब्जा था। वक्फ की संपत्ति सही मामले में खर्च हो इसके लिए यह बिल लाया गया है। अब आपका एजेंडा नहीं चलेगा। यह नरेटिव अगर बनाया जा रहा है तो राजनीतिक लाभ के लिए आप इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
आज मुसलमान समुदाय के अंदर पसमांदा भी हैं। वक्फ में इनका कोई रिप्रेजेंटेशन हैं। आप जातिजनगणना की बात करते हैं तो इन्हें भी हक दीजिये। सेक्यूलर पार्टी कांग्रेस ने कहा कि, हमें (JDU) सेक्यूलर को देखना है। आपकी परिभाषा में सेक्यूलर के नाम पर विवाद किया जाता है लेकिन हमारी परिभाषा में काम किया जाता है विवाद नहीं।
