"200 लोगों के हाथ में वक्फ की संपत्ति, यह संविधान... ... 12 घंटे की बहस के बाद वक्फ बिल पास, पक्ष में 288 वोट

"200 लोगों के हाथ में वक्फ की संपत्ति, यह संविधान बनाम भ्रष्टाचार की लड़ाई" - अनुराग ठाकुर
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने वक्फ संपत्ति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, "एक परिवार के कारण 1947 में देश का विभाजन हुआ था, लेकिन अब हम जमीन का बंटवारा नहीं होने देंगे। मोदी सरकार में सिर्फ एक कानून और एक संविधान रहेगा। संदेश स्पष्ट है—एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।"
ठाकुर ने इस मुद्दे को संविधान बनाम भ्रष्टाचार बताते हुए कहा कि यह कानून बनाम गैरकानूनी गतिविधियों की लड़ाई है। उन्होंने दावा किया कि "200 लोगों के हाथ में वक्फ की संपत्ति दे रखी गई है, जिसकी कीमत करोड़ों में है।"
उन्होंने अपनी बात को मजबूती देते हुए कहा, "एक कहावत है—यहां से बहुत दूर, सही और गलत के पार एक मैदान है, मैं वहां तुझे मिलूंगा। अगर वक्फ का बल चला, तो तू खुद वक्फ की संपत्ति बन जाएगा।"
वक्फ जमीन घोटाले पर अनुराग ठाकुर का हमला, कांग्रेस नेताओं पर लगाए आरोप
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने वक्फ जमीन घोटाले को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस के कई नेता इस घोटाले में शामिल हैं। ठाकुर ने दावा किया कि "जिनकी जमीन थी, वे आज दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, जबकि वक्फ के नाम पर कई लोगों की संपत्ति जबरन छीनी गई है।"
उन्होंने इस संदर्भ में लालू यादव के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें पटना के डाकबंगले की जमीन को वक्फ बोर्ड द्वारा हड़पने का आरोप लगाया गया था।
"यह विधेयक किसी धर्म के खिलाफ नहीं" – अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा लाया गया यह विधेयक किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि "हमने कानून में बदलाव किए हैं, ताकि मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी न्याय मिल सके।" उन्होंने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि "हमारी सरकार ने तीन तलाक कानून लाकर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाया, और सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"
ठाकुर ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि "इन पार्टियों ने अपने वोट बैंक के लिए संविधान का सौदा किया है, लेकिन अब इस विधेयक से लोगों को न्याय मिलेगा।" उन्होंने कहा कि "अगर किसी को न्याय मिल रहा है, तो इसका विरोध करने का कोई कारण नहीं होना चाहिए।"
