Vadodara Bridge Collapse: मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 13, दो और शव बरामद

Vadodara Bridge Collapse
Vadodara Bridge Collapse : गुजरात। वडोदरा के महिसागर नदी पर बने पुल के ढह जाने से अब तक 13 लोगों की मौत हो गई। घटनास्थल से दो और शव बरामद करने के बाद मौत का आंकड़ा बढ़ गया है। वडोदरा सूचना विभाग की ओर इस जानकारी की पुष्टि की गई।
वडोदरा जिले में बुधवार तड़के एक जर्जर पुल के ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए थे। वडोदरा जिले के पादरा तालुका के मुजपुर में स्थित यह पुल मुजपुर को आणंद जिले के गंभीरा और मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ता था।
पुल ढहने के वीडियो में एक टैंकर टूटे हुए पुल से लटकता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि नदी में फंसी एक महिला अपने बेटे के लिए मदद की गुहार लगाती सुनाई दे रही है, जो पानी में पलटी हुई ईको वैन में फंसा हुआ था। यह वीडियो काफी दर्दनाक और हृदयविदारक था। गौरतलब है कि, पुल 45 साल पहले ही बना था।
पहले भी कई बार हुई शिकायत, मीडिया ने चेताया, सरकार सोती रही
स्थानीय मीडिया पिछले कई महीनों से इस ब्रिज की जर्जर हालत पर रिपोर्टिंग कर रही थी। बार-बार चेताया गया था कि यह पुल कभी भी गिर सकता है, लेकिन न सरकार ने सुध ली, न प्रशासन ने। अब जब 13 शव नदी से निकाले जा चुके हैं, तब जाकर अफसर हरकत में आए हैं। इसके आलावा कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो स्थानीय नेताओं ने भी पुल की कमजोरी को लेकर शिकायत की थी लेकिन जांच के बाद मामला ठन्डे बस्ते में डाल दिया।
हादसे के वक्त क्या हुआ?
9 जुलाई को सुबह लगभग 7:45 बजे जब लोग रोज की तरह पुल पार कर रहे थे, तभी अचानक ब्रिज का एक हिस्सा टूट गया और दर्जनों वाहन नीचे महिसागर नदी में जा गिरे। स्थानीय लोगों और बचाव दल ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया लेकिन तब तक कई ज़िंदगियां खत्म हो चुकी थीं।
45 साल पुराना ब्रिज और सुसाइड ब्रिज की पहचान
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह पुल करीब 45 साल पुराना था, और इसे कई बार 'सुसाइड ब्रिज' के नाम से भी जाना जाता था क्योंकि इसकी सुरक्षा व्यवस्था बेहद लचर थी। इलाके के नागरिकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बार-बार ब्रिज की मरम्मत और नया निर्माण कराने की मांग की थी लेकिन सरकारी फाइलों में यह पुल मौत की लाइन पर पड़ा रहा।
