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असम में भोगाली बिहू उत्सव का आगाज, पारम्परिक तरीके से 3 दिन चलेगा महोत्सव

असम में भोगाली बिहू उत्सव का आगाज, पारम्परिक तरीके से 3 दिन चलेगा महोत्सव
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गुवाहाटी। कोरोना महामारी के बीच राज्य में भोगाली बिहू की धूम चारों ओर देखी जा रही है। तीन दिवसीय भोगाली बिहू का उत्सव आज से आरंभ हो गया है। आज उरूका के दिन बाजारों में विभिन्न प्रकार की खाद्य सामग्री खरीदने के लिए लोग पहुंच रहे हैं।उरूका की रात को विभिन्न प्रकार के व्यंजन खाने की परंपरा है। जिसमें शाकाहार और मांसाहार दोनों शामिल है। सबसे अधिक भीड़ मछली के बाजारों में देखने को मिल रही है। राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बड़े बाजारों में विशेष इंतजाम किये हैं। बावजूद बाजारों में भीड़ देखी जा रही है।

उरुका की रात को भेला घर में पकवान खाने की परंपरा है। वहीं अगले दिन बिहू के अवसर पर स्नान कर भेला घर की पूजा-अर्चना कर उसमें आग लगायी जाती है। भोगाली बिहू के अवसर पर मुख्य रूप से घरों में चावल से बनने वाले लड्डू, पीठा खाने की परंपरा है। उल्लेखनीय है कि बिहू उत्सव कृषि पर आधारित है। वैसे भारत के सभी उत्सव कृषि परंपरा पर ही आधारित हैं।भोगाली बिहू अपने नाम के अनुसार भोग को प्रतिपादित करता है। भोगाली के अवसर पर अच्छे-अच्छे पकवान बनाकर अपने ईष्ट-मित्रों को खिलाने की परंपरा है। साथ ही घर आने वाले लोगों को घर में तैयार असमिया गामोछा के रूप में "बिहूआन" देने की परंपरा है। बाजारों में आज सुबह से दूध, दही, क्रीम, मांस, मछली की जमकर खरीददारी हो रही है।

ज्ञात हो कि पिछले दो वर्षों से कोरोना के चलते बिहू का उत्सव काफी फीका रहा। इस वर्ष माना जा रहा था कि सब कुछ ठीक रहेगा, लोग अपने परंपरा के अनुसार बिहू का उत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाएंगे। लेकिन, राज्य में जिस रफ्तार से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उसको देखते हुए एक बार फिर से उत्सव पर ग्रहण लगता दिख रहा है। बावजूद राज्यवासी पूरे उत्साह के साथ भोगाली बिहू मनाने में जुटे हुए हैं।

उरुका के दिन बिल (झील) और बड़े जलाशयों में सामूहिक मछली पकड़ने की भी परंपरा है। इस कड़ी में राज्य के प्रसिद्ध बिल में स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मछली पकड़ने के लिए पहुंचे हैं। बिल में मछली पकड़ने की भी प्राचीन परंपरा है। अपने हाथों से मछली पकड़कर उसे पकाकर खाने की परंपरा है।भोगाली बिहू के अवसर पर राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा, प्रदेश भाजपा भवेश कलिता, अगप अध्यक्ष एवं राज्य सरकार के मंत्री अतुल बोरा, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा, एआईयूडीएफ के अध्यक्ष एवं सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल समेत अन्य नेताओं, राजनीतिक पार्टियां, दल, संगठनों ने राज्यवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भोगाली बिहू मनाने का आह्वान किया है।

Updated : 15 Jan 2022 2:22 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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