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अपने लाड़ले सपूत को पुष्पांजलि देने उमड़ा ग्वालियर, अटल जी "अमर रहें" से गूंजा आसमान

बेटी नमिता और भांजे अनूप मिश्रा लेकर आये अस्थिकलश , सीएम शिवराज , केंद्रीय मंत्री तोमर सहित कई मंत्रियों ने अर्पित किये पुष्प

अपने लाड़ले सपूत को पुष्पांजलि देने उमड़ा ग्वालियर, अटल जी अमर रहें से गूंजा आसमान
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सीएम शिवराज ने कहा करोड़ों लोगों के दिलों को सूना कर गए अटल जी

ग्वालियर। पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न और ग्वालियर के लाड़ले सपूत अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थिकलश पर शहर के लाखों लोगों ने पुष्प अर्पित किये। उनका अस्थिकलश लेकर सुबह विशेष विमान से उनके बेटी नमिता कौल भट्टाचार्या और भांजे मुरैना सांसद अनूप मिश्रा अन्य परिजनों के साथ लेकर ग्वालियर पहुंचे। महाराजपुरा विमानतल पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर , उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया , नगरीय विकास और आवास मंत्री माया सिंह , सांसद प्रभात झा , महापौर विवेक शेजवलकर सहित अन्य कई विशिष्टजनों ने अस्थिकलश की अगवानी की। इसके बाद महाराजपुरा से ही विशेष रथ में अस्थिकलश यात्रा शुरू हुई। अस्थिकलश पर पुष्प अर्पित करने के लिए शहर के विभिन्न मार्गों पर मौजूद रहेराजनैतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अन्य शहरवासियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किये और अटलजी अमर रहे के नारे लगाए। शहर में घूमने के बाद यात्रा फूलबाग पहुंचकर श्रद्धांजलि सभा में बदल गई।

फूलबाग मैदान पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अपार जनसमूह अपने प्रिय नेता को पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए मौजूद था। श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने आये मुख्यमंत्री विमानतल पर पहुँचने के बाद चेतकपुरी के पास अस्थिकलश यात्रा में ही शामिल हो गए और फिर उसी रथ पर सवार होकर अन्य विशिष्ट लोगों के साथ फूलबाग पहुंचे। श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अटलजी का व्यक्तित्व अद्भुत था। उनसे जो भी मिलता था, वह उनका हो जाता था। उन्होंने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से ग्वालियर का नाम पूरे विश्व में आलोकित किया है। स्व. अटलजी के जाने से न केवल ग्वालियर, प्रदेश, देश बल्कि करोड़ों लोगों के हृदय सूने हो गए हैं। स्व. अटल जी ने सम्पूर्ण जीवन देश सेवा में समर्पित करते हुए देशवासियों के हृदय पर राज किया। मुख्यमंत्री ने अटलजी के व्यक्तित्व के अनूठे तत्वों का उल्लेख करते हुए कहा है कि वे हमेशा छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते थे। वे स्नेह से भरे हुए थे। उन्होंने पूरी दुनिया में हिंदी का मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी अपने भाग्य पर गर्व करेगी कि अटल जी को देखा था। अटलजी जैसा बनने का प्रयास करना उनके प्रति सच्ची श्रृद्धांजलि होगी।

केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूँ कि मुझे स्व. अटलजी का सानिध्य प्राप्त हुआ। अटलजी का व्यक्तित्व अपने आप में एक विचार था। श्री तोमर ने कहा कि अटल जी के अपनत्व के कारण जो भी उनसे मिलता था, उनका हो जाता था। स्व. अटल जी के भाषण सुनकर ही अनेकों लोग उनके साथ और उनके विचार पर कार्य करने के लिये तैयार हुए। उन्होंने कहा कि स्व. अटलजी का सम्पूर्ण जीवन देश के लिये समर्पित रहा। प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि स्व. अटल जी ने राजनीति की सीमाओं से हटकर लोगों के दिलों में अपना स्थान बनाया। वे मध्यप्रदेश के लाल थे। इसका हमें गर्व है। वे व्यक्ति नहीं एक विचार थे। उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि स्व. अटल जी एक व्यक्ति न होकर एक हस्ती थे और उनकी हस्ती को कभी मिटाया नहीं जा सकता। हमें गर्व है कि स्व. अटल जी ग्वालियर के सपूत थे। उनके कारण ही विश्व भर में ग्वालियर की पहचान स्थापित हो सकी। स्व. अटल जी ने देश पर नहीं लोगों के दिलों पर राज किया। स्व. अटलजी द्वारा बताए हुए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रृद्धांजलि होगी। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि स्व. अटलजी के भाषण सुन-सुनकर ही मेरे जैसे अनेकों युवा राष्ट्र प्रेम की मुख्यधारा से जुड़े। उनमें सदैव अपनत्व का भाव रहता था। स्व. अटलजी की कमी हम सबको हमेशा रहेगी। लेकिन उनके विचार सदैव हमारे साथ रहेंगे।

श्रृद्धांजलि सभा में मुरैना के सांसद और अटलजी के भांजे अनूप मिश्रा ने कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी मेरे परिवार के मुखिया थे। उन्होंने मुझे राजनीति का क,ख,ग सिखाया। स्व. अटल जी ने जीवन भर राष्ट्रहित को ही अपना जीवन माना। स्व. अटल जी ने पूरे विश्व में लोकतंत्र में सबको साथ लेकर चलने का उदाहरण प्रस्तुत किया।

राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने कहा कि मैं खुशनसीब हूँ कि मुझे स्व. अटलजी के साथ कार्य करने का सौभाग्य मिला। स्व. अटल जी महान व्यक्तित्व के धनी थे। उनकी सहृदयता के सभी कायल थे। स्व. अटलजी ने देश को एक नई ऊँचाई तक पहुँचाया। उनके द्वारा किए गए कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी सम्पूर्ण जीवन देश सेवा में लगे रहे। उनके द्वारा किए गए कार्यों के कारण उनका हमेशा लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रहा। उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर हम सब कार्य करें, यही उनके प्रति सच्ची श्रृद्धांजलि होगी।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी ने राजनीति की सीमा से हटकर लोगों के दिलों में स्थान बनाया। वे मध्यप्रदेश की माटी के लाल थे, इसका हमें गर्व है। वे व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचार थे।

श्रद्धांजलि सभा के पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव ने भी स्व. अटलजी के व्यक्तित्व पर अपने विचार व्यक्त किए। सभा के अंत में सभी अतिथियों एवं गणमान्य नागरिकों सहित आमजनों ने भी स्व. अटलजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन श्री वेदप्रकाश शर्मा ने किया। इस अवसर पर सभी धर्मगुरूओं ने श्रृद्धांजलि सभा में उपस्थित रहकर स्व. अटल जी को श्रृद्धा-सुमन अर्पित किए।


मुखर्जी भवन पर आम जनों के दर्शनार्थ रहेगा स्व. अटलजी का अस्थि कलश

स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश 23 अगस्त को दिनभर मुखर्जी भवन पर आमजनों के दर्शनार्थ रखा जायेगा। शहर के नागरिक उपस्थित होकर श्रृद्धा-सुमन अर्पित कर सकते हैं। 24 अगस्त को अस्थि कलश ग्वालियर से मुरैना के लिये रवाना होगा। श्रद्धांजलि सभा में भिण्ड सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद, सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष बालेन्दु शुक्ल, जीडीए के अध्यक्ष अभय चौधरी, साडा अध्यक्ष राकेश सिंह जादौन समेत अटलजी की दत्तक सुपुत्री श्रीमती नमिता भट्टाचार्य, दामाद रंजन भट्टाचार्य व पौत्री सुश्री निहारिका सहित अटल जी के अन्य परिजन के साथ ही वेद प्रकाश शर्मा, शैलेन्द्र बरुआ, देवेश शर्मा, वीरेंद्र जैन समेत अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अटल जी के भतीजे दीपक वाजपेयी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

अस्थिकलश पर शहर में जगह जगह हुई पुष्प वर्षा

श्रद्धांजलि सभा से पूर्व महाराजपुरा विमानतल से शुरू हुई अस्थि कलश यात्रा दीनदयालनगर, पिंटो पार्क तिराहा, गोला का मंदिर, रेसकोर्स रोड़, स्टेशन बजरिया, राजा मानसिंह तिराहा, तानसेन रेसीडेंसी तिराहा, राजमाता चौराहा, एजी ऑफिस ब्रिज, माधवनगर गेट, चेतकपुरी तिराहा, जीवाजी क्लब, अचलेश्वर, इंदरगंज, दाल बाजार, नया बाजार, हुजरात पुल, दौलतगंज, बाड़ा, सराफा, डीडवाना ओली, गस्त का ताजिया, राम मंदिर, फालका बाजार, भारत टॉकीज रोड़, शिंदे की छावनी चौराहा, दीनदयाल मॉल रोड़ होते हुए फूलबाग मैदान पर पहुँची।

उन गलियों में भी पहुँची यात्रा, जिनसे अटलजी आत्मीय रूप से जुड़े रहे

अस्थि कलश यात्रा उस नया बाजार से भी गुजरी जहाँ बहादुरा स्वीट्स की दुकान है तो दौलतगंज में भी गई जहाँ पर चाची (रामदेवी चौहान) की मंगोड़े की दुकान है। इसी तरह उस फालका बाजार का रास्ता भी अस्थि कलश यात्रा ने तय किया, जहाँ सन्नूलाल की नमकीन की दुकान है। जग जाहिर है अटल जी को बहादुरा के लड्डू, चाची के मंगोड़े और सन्नू का चिवड़ा खासे पसंद थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी अटल जी ग्वालियर से ये व्यंजन मंगाया करते थे। अटल जी की अस्थि कलश यात्रा जब इन मार्गों से होकर गुजरी तो ऐसा लगा मानो ये गलियां अपने लाड़ले सपूत को निहार रही हैं। इसी तरह मेले की सूनी दुकानें मानो अटल जी के अस्थि कलश को निहार रही थीं। घरों की छतों पर एवं सड़क मार्ग के दोनों ओर खड़े अपार जनसमूह ने पुष्प वर्षा कर अटल जी को श्रृद्धांजलि अर्पित की।

मानो आसमां भी अश्रुपूरित श्रृद्धांजलि दे रहा हो

अस्थि कलश यात्रा के दौरान आसमान से झर रहीं बूंदें देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो आसमान भी अटल जी को अश्रुपूरित श्रृद्धांजलि अर्पित कर रहा है। बुधवार को सुबह से ही घने बादल छाए थे और दिनभर रूक-रूककर बारिश का क्रम जारी रहा। दोपहर लगभग 12:30 बजे के बाद बारिश थम गई। मगर जैसे ही अस्थि कलश यात्रा शहर से गुजरी तो आसमान से हल्की-हल्की फुहार गिरने लगी।

Updated : 23 Aug 2018 12:05 AM GMT
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