बलरामपुर। श्रावस्ती संसदीय क्षेत्र का नाम पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में पुनः बलरामपुर किये जाने की मांग होने लगी है।
वर्ष 2008 में नये परिसीमन के अन्तर्गत बलरामपुर व श्रावस्ती को जोड़कर श्रावस्ती लोकसभा सीट बनी थी। तभी से बलरामपुर संसदीय क्षेत्र का नाम इतिहास के पन्ने में दर्ज हो गया था। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के निधन के बाद विश्व पटल पर बलरामपुर का नाम आया कि इसी लोकसभा क्षेत्र से पहली बार वाजपेई चुनाव जीत कर देश की सबसे बडी पंचायत में पहुंचे थे। अटल की स्मृति में श्रावस्ती का नाम पुनः बलरामपुर किये जाने की मांग होने लगी है। व्यापार मंडल मिश्रा गुट के श्याम अग्रहरि, समाजसेवी जय सिंह, समाजिक संस्था प्रतिष्ठा के आकाश जायसवाल, सक्षम के संजय प्रजापति,सहित दर्जनों लोगों ने वाजपेयी की स्मृति में श्रावस्ती का नाम बदलकर बलरामपुर किये जाने की मांग मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर की है। व्यापारी नेता श्याम अग्रहरी ने बताया कि अटल जी की स्मृति यहां के हर गांव से जुड़ी है। यहीं से वह पहली बार चुनाव जीतकर उन्होंने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी। यह सीट इतिहास के पन्ने में रह गया है। इसका नाम पुनः बलरामपुर होना चाहिए।