SwadeshSwadesh

सांसद आजम खां यूनिवर्सिटी को लेकर तमाम आरोपों में घिरे

Update: 2019-08-12 08:15 GMT

रामपुर। जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर तमाम आरोपों में घिरे सांसद आजम खां ने लोगों से एक संदेश के जरिए भावुक अपील की है। सोशल मीडिया पर वायरल इस लंबी अपील में आजम ने एक-एक मुद्दे पर अपना पक्ष रखने की कोशिश की है। अब्दुल्ला आजम ने पुष्टि की है कि यह संदेश आजम खां का ही है।

मैसेज में आजम खां ने कहा कि आपके दिमाग़ में बहुत सारे सवाल होंगे, लेकिन मेरा जवाब बस इतना है कि जो लोग समझते हैं सब कुछ मिट जाएगा, वे सही हो सकते हैं। लेकिन मैं एक इतिहास लिख गया। एक इंसान गली का बाशिंदा हुकूमतों की मुखालफतों के बावजूद एक अज़ीम उल शान इदारा क़ायम करने में कामयाब हुआ। यूनिवर्सिटी के स्टाफ़ और अपने छात्रों से कहना चाहता हूं कि मैंने इंसानी बिरादरी की जो कराहती हुयी तस्वीर देखी है, उसकी दुखन मेरे दुखों से कहीं ज़्यादा है। घड़ी कठिन हो सकती है लेकिन बच्चों सच यह भी है कि "सच को मनवाने में देर हो सकती है शिकस्त नहीं। इम्तिहान की इस घड़ी में जिसने जितना साथ दिया, हमें उसका ज़्यादा शुक्रगुजार होना चाहिए। जिन्होंने साथ नहीं दिया या जो डर गए उन पर भी हमको आगे भरोसा करना चाहिए, लेकिन अगर किसी की ग़द्दारी का सबूत आपको मिल जाये तो फिर उसे कभी माफ़ नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह किसी एक का नहीं आने वाली नस्लों का नुक़सान होगा।

तुम्हारे लिए मैंने जो कुछ तैयार किया था उस पर हमला हो गया। क्या आपको नहीं मालूम कि इस सबको यहां तक लाने में मैंने आग के कितने दरिया पार किये हैं। मैंने ज़माने की नफ़रतों, हिक़ारतों का हिम्मत से अब तक मुक़ाबला किया है। ज़माने-हुकूमतों ने मुझे भू-माफ़िया तक साबित कर दिया। तुम्हारे आने वाले क़ाफलों के लिए मैंने किताब चोर के इलज़ाम को अपनी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा तमग़ा मान लिया। दुआ करो ये दोनों अल्फ़ाज़ मेरी मग़फिरत का सबब बन जायें।

हम जल्द सब एक साथ होंगे जब तक जियेंगे ज़िंदगी की चुनौतियों से जूझते रहेंगे, मगर हार नहीं मानेंगे। क्योंकि अपनी मंजिल के बारे में हमें मालूम है और उसे हासिल करना है। पूर्व और वर्तमान सभी छात्रों ने नाम के साथ जौहरी लगा लिया है। 

Similar News