हाथरस/स्वदेश वेब डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। जिसके तहत राष्ट्रीय कृषि बाजार नाम का एैप भी बनाया गया है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का इलेक्ट्रॉनिक पोर्टल आधारित बाजार है। इस पोर्टल से किसान देश के अलग-अलग राज्यों में स्थित कृषि उपज मंडी में चल रहे भावों को इन्टरनेट के माध्यम से देख सकते हैं। इस पोर्टल को ई-नाम पोर्टल भी कहा जाता है। किसानों और अधिकारियों का कहना हैं कि राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से किसान भाइयों को बेहद फायदा मिल रहा है।
2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की कड़ी में ई-नाम योजना काफी कारगर साबित हो रही है। हाथरस कृषि मंडी में करीब 25 हजार किसान इस योजना में पंजीकृत हो गए हैं। यहां के किसानों का कहना है कि इस योजना से किसानों को काफ़ी लाभ मिल रहा है।
किसान विजय कुमार ने बताया कि इससे ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा मिल रही है और बिचौलियों का भी खेल खत्म हो गया है। किसान रामबाबू का कहना है कि इसके माध्यम से वे अपना माल किसी भी मंडी में बेच सकते हैं, जिससे उन्हें उनके माल का अच्छा मूल्य भी मिल रहा हैं।
जिले के कृषि विपणन अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना प्रधानमंत्री की महतवपूर्ण योजना है। इस योजना में किसान परम्परागत तरीके की जगह आधुनिक प्लेटफार्म पर अपना माल बेच सकता है। उन्होंने बताया कि उत्पाद के गुणवत्ता परीक्षण के लिए मंडी में प्रयोगशाला भी बनाई गई है। कृषि विपणन अधिकारी के मुताबिक इस योजना से जनपद का किसान बहुत लाभांवित हो रहा हैं।