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दिल का वाल्व सिकुड़ने पर नहीं करानी होगी ओपन हार्ट सर्जरी

-नेशनल कॉन्फ्रेंस कार्डियोलॉजी में दिल की बीमारी व उपचारों पर चर्चा

Update: 2019-07-07 14:36 GMT

आगरा। बढ़ती उम्र में दिल का वाल्व सिकुड़ने पर पहले ओपन हार्ट सर्जरी करानी पड़ती थी। अधिक उम्र के कारण यह सर्जरी मरीज के लिए खतरे से भरी थी, पर अब इसका विकल्प आ गया है। अब 'टावी' विधि द्वारा पैर की नस से एक नया वॉल्व हृदय के सिकुड़े हुए वाल्व की क्षतिपूर्ति के लिए लगाया जाता है। इसमें ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती।

यह जानकारी मैक्स, नई दिल्ली के डॉ. विवेका कुमार ने रविवार को होटल क्लार्क शिराज में आगरा इंटरवेंशन कार्डियोलॉजी सोसाइटी द्वारा आयोजित दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस कार्डियोलॉजी आगरा लाइव-2019 के दूसरे दिन व्याख्यान सत्र में दी। इस दौरान आगरा व देश के प्रमुख शहरों से आए ढाई सौ चिकित्सक व विशेषज्ञ मौजूद थे।

इनके रहे व्याख्यान

कॉन्फ्रेंस में अपोलो, नई दिल्ली के डॉ राजीव राजपूत, मेदांता गुड़गांव के डॉ गगनदीप सिंह, नई दिल्ली के डॉ पुनीत गुप्ता, व डॉ. कर्नल एसके पाराशर, मैक्स नई दिल्ली के डॉ. राहुल चंडोला, मेदांता के डाॅ. अनिल भान, डॉ. सुवीर गुप्ता, डॉ. विनेश जैन, डॉ. एनएन खन्ना व डॉ. विवेक गुप्ता ने दिल की बीमारियों व उसके उपचार की विभिन्न प्रयोगों पर व्याख्यान दिए।

इनकी रही उपस्थिति

समापन पर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. वीके जैन, सचिव डॉ सुवीर गुप्ता, डॉ. विनीत गर्ग, डॉ. विनेश जैन, डॉ हिमांशु यादव, डॉ शरद पालीवाल, डॉ दीपक अग्रवाल, डॉ. मुकेश गोयल, डॉ. ईशान गुप्ता, डॉ. प्रवेग गोयल, डॉ. सुमित अग्रवाल व डॉ. नीरज कुमार आदि उपस्थित रहे। वहीं कुशल प्रबंधन के लिए रावी इवेंट्स को सम्मानित किया।

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