इस एप्प से पता लगा सकेंगे कि कोरोना से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं या नहीं, जानें इसके बारे में

Update: 2020-03-26 14:32 GMT

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत सरकार हरसंभव कदम उठा रही है। अब सरकार ने COVID-19 ट्रैक करने के लिए अंग्रेी और दूसरी बड़ी क्षेत्रीय भाषाओं में एक ऐप लॉन्च करने का फैसला किया है। सरकार का मकसद है कि कि स्मार्टफोन ऐप लॉन्च करके यूजर्स की मदद हो सके और वे यह जान सकें कि क्या वे कोरोना से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं या नहीं।

ऐप से जुड़े सरकारी अधिकारियों ने हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि अभी एक कमेटी इसका परीक्षण कर रही है। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी (MeitY) व नीति आयोग ने ऐप बनाए। अधिकारियों ने बात ऑफ द रिकॉर्ड कही। मंत्रालय और नीति आयोग द्वारा बनाए गए दोनों ऐप्स के बारे में अधिकारियों ने कहा कि अभी ये बीटा फेज में हैं और बुधवार को हुई कमेटी की बैठक में इन्हें अच्छी तरह से टेस्ट किया। पहचान ना जाहिर करने की शर्त पर मंत्रालय के अधिकारी ने ईटी को बताया, 'सोच-विचार और ऐप टेस्ट करने के बाद यह फैसला लिया गया कि दोनों टीमों को दोनों ऐप्स के बेहतर फीचर्स लेने चाहिए। इस ऐप को एक -दो दिन में लॉन्च कर दिया जाएगा। इस ऐप को सभी भारतीय भाषाओं में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।'

पिछले कुछ दिनों से मंत्रालय 'Corona Kavach' नाम के ऐंड्रॉयड ऐप की टेस्टिंग कर रहा है। इस ऐप के जरिए यूजर्स यह पता कर पाएंगे कि वे कोरोना से पॉजिटिव किसी मरीज के संपर्क में आए हैं या नहीं। ईटी ने ऐप के इस वर्जन को रिव्यू किया है। अभी यह ऐंड्रॉयड ऐप्लिकेशन पैकेज और APK के तौर पर उपलब्ध है।

मंत्रालय के अधिकारियों ने आगे बताया कि ऐप यूजर के फोन नंबर का इस्तेमाल करेगा। इसके अलावा स्मार्टफोन की लोकेशन भी पूछेगा। इसके बाद उसके मूवमेंट को बैकेंड पर मौजूद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डेटा के साथ मैच किया जाएगा। ICMR के पास कोरोना संक्रमित मरीज की मूवमेंट्स (हलचल) की जानकारी पहले से मौजूद है। सटीक ट्रैकिंग के लिए Kavach ऐप ब्लूटूथ टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करता है। अधिकारी के मुताबिक यह ओपन-सोर्स TraceTogether ऐप की तरह ही है जिसे सिंगापुर सरकार ने डिवेलप किया है।

नीति आयोग भी अपने स्तर पर इसी तरह के प्रयास कर रहा है। टेक्नॉलजी प्रफेशनल्स के बीच एक वॉट्सऐप मेसेज भेजकर नीति आयोग इस ऐप के सपॉर्ट और फीडबैक की जानकारी ले रहा है।

ET को मिले ऐसे ही एक मेसेज में कहा गया है, 'भारत सरकार COVID-19 के संक्रमण को ट्रैक करने के लिए तेजी से टेक्नॉलजी के जरिए काम कर रही है। इसी कड़ी में हमने एक मोबाइल ऐप्लिकेशन डिवेलप किया है। यह ऐप इस बात की जानकारी रखता है कि आप जाने-अनजाने किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में तो नहीं आए हैं।' सूत्रों के मुताबिक इस अनाम ऐप को अभी तक 10 हजार लोगों ने टेस्ट किया है। यह टेस्टिंग ऐंड्रॉयड व आईओएस दोनों प्लैटफॉर्म पर की गई है। हालांकि ईटी ने नीति आयोग द्वारा बनाए गए ऐप की टेस्टिग नहीं की है। संपर्क करने पर नीति आयोग के अधिकारियों ने कहा कि अभी यह कहना बहुत जल्दबाजी होगा कि यह ऐप कैसा होगा।

अधिकारियों ने कहा, 'यह ऐप लॉकडाउन में बहुत अच्छी तरह काम कर सकता है क्योंकि आप अपनी लोकेशन नहीं बदलते। लेकिन हमें इस ऐप को हर लिहाज से टेस्ट करना है खासतौर पर लॉकडाउन के बाद वाले समय के लिए।' 

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