राम मंदिर के लिए जो सजा मिले भुगतने को तैयार : उमा भारती

Update: 2020-09-30 06:46 GMT

ऋषिकेश। अयोध्या में ढांचा विध्वंस के 28 साल पुराने मामले में आज सीबीआई की विशेष अदालत फैसला सुनाएगी। यह छह दिसम्बर 1992 को विवादित ढांचा ढहाने के कथित षड्यंत्र, भड़काऊ भाषण और पत्रकारों पर हमले के 49 मुकदमे का फैसला होगा। फैसला सुनाए जाने से पहले उमा भारती ने कहा कि न्यायालय द्वारा जो भी सजा मुझे दी जाएगी वह मैं भुगतने के लिए तैयार हूं। राम मंदिर के लिए मुझे जो भी सजा मिलेगी में तैयार हूं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर चुनाव समिति का सदस्य बनने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने पत्र में लिखा कि 30 सितंबर को राम मंदिर मामले में फैसला सुनाया जाएगा। जो भी न्यायालय का फैसला होगा उसे मैं भुगतने के लिए तैयार हूं। फैसले के दौरान सीबीआई की विशेष अदालत में उपस्थित होना था, लेकिन स्वास्थ्य ठीक ना होने के कारण मैं उपस्थित नहीं हो पा रही हूं। उमा ने पत्र में लिखा है कि न्यायालय द्वारा जो भी सजा मुझे दी जाएगी वह मैं भुगतने के लिए तैयार हूं। राम मंदिर के लिए मुझे जो भी सजा मिलेगी में तैयार हूं। 

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