नई दिल्ली। वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य विजयसाई रेड्डी ने बुधवार को राज्यसभा में अपनी गलतियों के लिए माफी मांगी है। उन्होंने यह भी कहा कि मंगलवार को मुद्दा अत्यंत भावनात्मक था और उन्हें लगा कि उच्च सदन में आंध्रप्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद उन्हें अपनी बात रखने के लिए समुचित अवसर नहीं दिया जा रहा है। लेकिन विजय गोयल से मुलाकात में उन्हें स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि उनका इरादा आसन पर संदेह जताने का नहीं था।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को सदन में आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर हुई अल्पकालिक चर्चा के दौरान विजयसाई रेड्डी ने कुछ प्रतिकूल टिप्पणी करते हुए सदन से वाकआउट किया था। हालांकि उनकी टिप्पणियों को सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं किया गया था। बावजूद इसके सभापति नायडू ने कहा कि गलतियां मनुष्य का स्वभाव है। लेकिन वरिष्ठ नेताओं को सोचना चाहिए कि जब आसन ने चर्चा के लिए समय आवंटित किया है तो हर सदस्य सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को अपनी बात इस तरह रखी कि हर व्यक्ति सोचने लगा। उनका उद्देश्य भी पूरा हो गया। वह तो नहीं चिल्लाए थे। नायडू के अनुसार, सिंह ने सदन को बताया कि आंध्रप्रदेश पुनर्गठन कानून सदन में विपक्ष के तत्कालीन नेता के साथ विचार-विमर्श कर पारित किया गया था। उनका कहना था कि उनके लिए किसी को भी रूकने, बैठने के लिए कहना पीड़ादायी होता है।