5 साल बाद बढ़ा रेलवे किराया: यात्रियों के लिए तोहफों की भरमार! जानिए नई टिकट प्रणाली में क्या है खास?
अनीता चौधरी, नई दिल्ली: 1 जुलाई 2025 से रेलवे नियमों में जबरदस्त बदलाव होने वाले हैं लेकिन इसके साथ ही मंगलवार 1 जुलाई से रेल यात्रा अब यात्रियों के पॉकेट पर भारी भी पड़ने वाली है । रेलवे बोर्ड के ईडीपीआई दिलीप कुमार रेलवे नियमों में क्या कुछ बदलाव होने वाले हैं इसपर स्वदेश के साथ डिटेल जानकारी साझा की।
दिलीप कुमार ने बताया कि 1 जुलाई से रेल यात्रियों के लिए रेल यात्रा बेहद सुविधाजनक और सहूलियत भरा होने वाला है है क्योंकि तत्काल टिकटिंग से लेकर चार्ट प्रिपरेशन तक में यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए बेहद महत्वपूर्ण बदलाव किए गए है । साथ ही रेलवे से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी के लिए अलग -अलग कई माध्यम तैयार किए गए है ताकि यात्रियों को रेल से जुड़ी सभी जानकारियां समयानुसार प्राप्त हो सकें। इन सभी पर रेलवे की आईआरसीटीसी और क्रिश कई महीनों से काम जार रही है।
दिलीप कुमार ने बताया कि रेलवे मंगलवार से यात्री आरक्षण प्रणाली में कई सुधार करने जा रहा है साथ ही भारत सरकार रेलवे यात्रा को यात्री-केंद्रित बनाने के लिए रेलवे टिकट बुकिंग को भी आसान बनाने के लिए कई कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि टिकटिंग प्रणाली स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल होने जा रही। उन्होंने कहा कि इस नीतिगत बदलाव का उद्देश्य यात्रियों के लिए एक सहज और आरामदायक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करना है।
उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए चार्टिंग सुविधा के सुधार पर जोर दिया गया है। वर्तमान में, आरक्षण चार्ट की अगर बात करें तो ट्रेन के प्रस्थान होने से चार घंटे पहले तैयार किया जाता है। इससे यात्रियों के मन में टिकट कन्फर्मेशन को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। इतने कम समय सीमा होने की वजह से छोटे शहरों के स्टेशन पर जो यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए आस-पास के इलाके से आ रहे होते हैं उनके लिये ये परेशानी का सबब होता है।
यात्रियों में टिकट कन्फर्मेशन की इस अनिश्चितता को दूर करने के लिए रेलवे बोर्ड ने चार्टिंग सिस्टम में अहम बदलाव किए है और अब यात्रियों को 24 घंटे पहले ही उनकी कन्फर्मेशन के बारे में इनफार्मेशन मिल जाएगी। साथ 2 बजे से पहले रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए, प्रस्थान से आठ घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का प्रस्ताव है।मतलब 2 बजे खुलने वाली ट्रेन के लिए चार्ट एक दिन पहले 9 बजे ही तैयार हो जाएगी। दिलीप कुमार ने बताया कि इससे लंबी दूरी की ट्रेनों को पकड़ने के लिए दूरदराज के स्थानों या प्रमुख शहरों के उपनगरों से यात्रा करने वाले यात्रियों को फायदा मिलेगा और उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए अधिक समय भी मिलेगा।
दिलीप कुमार बी बराता कि दिसंबर 2025 तक आधुनिक यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) के लागू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि नया उन्नत पीआरएस डिजाइन चुस्त, लचीला और मौजूदा लोड से दस गुना अधिक भार संभालने में सक्षम है। इससे टिकट बुकिंग क्षमता में भी वृद्धि होगी। नया पीआरएस प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग के लिए सक्षम है । यह मौजूदा पीआरएस जो प्रति मिनट 32,000 टिकट की अनुमति देता उससे लगभग पांच गुना अधिक होगा। नए नियम के तहत टिकट पूछताछ क्षमता भी दस गुना बढ़ जाएगी यानी 4 लाख से 40 लाख से अधिक प्रति मिनट पूछताछ संभव होगी। नए पीआरएस में बहुभाषी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बुकिंग और पूछताछ इंटरफ़ेस की भी सुविधा है। नए पीआरएस में, उपयोगकर्ता अपनी पसंद की सीट जमा कर सकेंगे और किराया कैलेंडर देख सकेंगे।
दिलीप कुमार ने बताया कि नए नियम के तहत दिव्यांगजन, छात्र, मरीज आदि के लिए एकीकृत सुविधाएं भी हैं। 1 जुलाई, 2025 से केवल प्रमाणित उपयोगकर्ताओं को ही IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति मिलने जा रहा है । इसके अलावा जुलाई 2025 के अंत तक तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी-आधारित प्रमाणीकरण भी शुरू कर दिया जाएगा । रेल मंत्री ने अधिकारियों को तत्काल बुकिंग के लिए प्रमाणीकरण तंत्र को व्यापक बनाने का निर्देश दिया है। इस नए नियम के अनर्गल 2020 के बाद यानी लगभग पाँच साल बाद रेलवे के किराए में भी वृद्धि होने जा रही है । लेकिन साधारण श्रेणी में 500 किलोमीटर तक कोई वृद्धि नहीं होगी।
किराया ढांचे को सुव्यवस्थित करने और यात्री सेवाओं की वित्तीय स्थिरता को बढ़ाने के उद्देश्य से संशोधित किया गया है। संशोधित किराया भारतीय रेलवे सम्मेलन संघ (आईआरसीए) द्वारा जारी अद्यतन यात्री किराया तालिका पर आधारित हैं।
उपनगरीय एकल यात्रा किराए और सीज़न टिकटों यानि उपनगरीय और गैर-उपनगरीय दोनों मार्गों के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया है। साधारण गैर-एसी क्लास गैर-उपनगरीय रेलगाड़ियां के लिए द्वितीय श्रेणी में प्रति किलोमीटर आधा पैसा बढ़ाया गया,लेकिन 500 किलोमीटर तक कोई वृद्धि नहीं है ।
501 से 1500 किलोमीटर की दूरी के लिए 5 रुपये की वृद्धि है। 1501 से 2500 किलोमीटर की दूरी के लिए 10 रुपये की वृद्धि 2501 से 3000 किलोमीटर की दूरी के लिए 15 रुपये की वृद्धि है और स्लीपर श्रेणी के लिए प्रति किलोमीटर 0.5 पैसे की वृद्धि है।
प्रथम श्रेणी में प्रति किलोमीटर 0.5 पैसे की वृद्धि है। मेल/एक्सप्रेस रेलगाड़ियों (गैर-एसी) के लिए द्वितीय श्रेणी में प्रति किलोमीटर 01 पैसा बढ़ाया गया है। स्लीपर श्रेणी में प्रति किलोमीटर 01 पैसा बढ़ाया गया है। प्रथम श्रेणी में भी प्रति किलोमीटर 01 पैसा बढ़ाया गया है।
वहीं एसी श्रेणियों (मेल/एक्सप्रेस रेलगाड़ियां) की अगर बात करें तो एसी चेयर कार, एसी 3-टियर/3-इकोनॉमी, एसी 2-टियर, तथा एसी प्रथम/एग्जीक्यूटिव क्लास/एग्जीक्यूटिव क्लास में 2 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि है।
ये किराया संशोधन राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस, हमसफर, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, एसी विस्टाडोम कोच, अनुभूति कोच तथा साधारण गैर-उपनगरीय सेवाओं जैसी प्रीमियर तथा विशेष रेल सेवाओं पर भी लागू होगा, जो संशोधित श्रेणीवार किराया संरचना के अनुसार ही होगा।
वहीं सहायक शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट अधिभार तथा अन्य शुल्क अपरिवर्तित रहेंगे। उल्लेखनीय है कि लागू नियमों के अनुसार जीएसटी लगाया जाना जारी रहेगा और किराया राउंडिंग सिद्धांत मौजूदा मानदंडों के अनुसार ही रहेंगे।
संशोधित किराया 01.07.2025 को या उसके बाद बुक किए गए टिकटों पर ही लागू होगा। इस तिथि से पहले जारी किए गए टिकट बिना किसी किराया समायोजन के मौजूदा किराए पर वैध रहेंगे।