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अनधिकृत कालोनियों पर पार्टियों ने बिछाई बिसात

दिल्ली विधानसभा चुनाव: प्रचार अभियान ने पकड़ा जोर

Update: 2020-01-23 15:46 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद नेताओं ने अब प्रचार अभियान तेज कर दिया है। भाजपा, कांग्रेस और आप पार्टी के बड़े नेताओं ने प्रचार अभियान की कमान अपने हाथों में ले ली है। फोकस अनधिकृत कालोनियों पर दिखने लगा है। तीनों पार्टियों के अलग-अलग कार्यक्रमों में शीर्ष नेता शिरकत कर रहे हैं। कच्ची कालोनियों को पक्का करने का मुद्दा जोर पकड़ रहा है। भाजपा लोगों को समझा रही है कि केंद्र की मोदी सरकार ने किस तरह संसद में कानून बनाकर 1700 कालोनियों के निवासियों को मालिकाना हक दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिजली, पानी और बसों में महिलाओं को मुफ्त सफर दिलाने के अलावा क्या किया? पूरे पांच साल बातों और झूठे प्रचार में निकाल दिए। भाजपा और आप पार्टी के बीच लड़ाई में कूदी कांग्रेस ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोगों को गुमराह कर उन्हें धोखा दे रहे हैं। वे घर-घर जाकर लोगों के समक्ष उनकी हकीकत उजागर करेंगे।

नड्डा और अमित शाह ने की जनसभाएं

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के कई इलाकों में जनसभाएं की। नड्डा ने पालम और महरोली में जनसभाओं के माध्यम से मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के विकास के लिए भाजपा का शासन जरूरी है। गृहमंत्री अमित शाह ने मटियाला, नजफगढ़ और उत्तम नगर में जनसभाएं कीं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने तुगलकाबाद व हरिकेश नगर में लोगों से जनसंपर्क किया।

आप पार्टी का बाहरी दिल्ली से प्रचार अभियान का आगाज

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को अपने प्रचार अभियान में धार देते हुए सुबह मटियाला, उत्तम नगर, विकासपुरी और शाम को कालकाजी और तुगलकाबाद में रोड शो किया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने त्रिलोकपुरी के ब्लाक 15 में अपनी पार्टी पार्टी के पक्ष में वोट मांगे। संजय सिंह ने संगम विहार और मोती नगर में जनसभाएं की। गोपाल राय ने घोंडा में जनसभाएं की।

रूठों को मनाने में लगी है कांग्रेस

विधानसभा चुनाव मंे टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी होना आम बात है। लेकिन कांग्रेस में यह नाराजगी कुछ ज्यादा है। टिकट की चाह में दिन-रात मेहनत में लगे अनेको ंपार्षद टिकट न मिल पाने से नाराज हैं। 15 साल शासन करने वाली कांग्रेस दिल्ली में इस समय हाशिए पर है। यू ंतो लोकसभा चुनाव में उसने आप पार्टी को छकाते हुए दूसरे नंबर पर बाजी मारी थी लेकिन विधानसभा चुनाव में फिलहाल ऐसा करिश्माा होता नर नहीं आ रहा है। भाजपा का मत प्रतिशत स्थिर बना हुआ है लेकिन कांग्रेस का वोट बैंक आप पार्टी में चले जाने से वह अस्तित्व को ही गंवा बैठी। इस खोई हुई जमीन को पाने के लिए कंाग्रेस खुद को लड़ाई में लाने की कोशिश कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चैपड़ा का कहना है कि आप पार्टी का नाकामियों को जनता के समक्ष उजागर करेंगे। चैपड़ा ने कहा कि चुनाव आयोग से प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद पार्टी प्रचार अभियान पर जोर लगाएगी। इसके लिए स्टार प्रचारक जल्द ही मैदान मे ंउतरेंगे।

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