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मप्र के इस...जिले में गोलगप्पे बेचने पर लगी रोक, ये है कारण

Update: 2022-10-28 07:30 GMT

मंडला। मप्र के मंडला जिले में गोलगप्पे बेचने पर प्रतिबंध लग गया है। गोलगप्पे खाने के कारण एक साथ कई लोगों को फूड प्वाइजनिंग हो गई। जिसके बाद प्रशासन ने ये निर्णय लिया है। यहां गोलगप्पे खाने के कारण 84 लोग बीमार हो गए है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  इन 84 बच्चों में से 31 बच्चे एक ही कॉलोनी से है। इसके बाद मंडला के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने गोलगप्पे पर बैन लगा दिया।  

इस मामले का खुलासा सभी बीमार लोगों के एक साथ अस्पताल पहुंचने पर हुआ। जिसमें से 57 बच्चे, दो गर्भवती महिलाएं और अन्य पुरुष एवं महिलाएं थी।  जिला अस्पताल में सभी का इलाज जारी है।  वहीं गोलगप्पे बेचने वालों के खिलाफ मंडला कोतवाली और टिकरिया थाने में प्रकरण दर्ज कराई गई है। 

फूड पॉइजनिंग के मामले सामने आने के बाद से ही फूड डिपार्टमेंट और पुलिस ने इसकी जांच शुरू की. जांच में पता चला कि जालौन के रहने वाले 7-8 परिवार बीते 15-20 साल से मंडला में रह रहे हैं. मंडला के अलग-अलग इलाकों में ये लोग खाने-पीने का सामान बेचते हैं। फूड डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने जब इनकी जांच की तो इनके रहने वाली जगह से सिट्रिक एसिड के कई रैपर मिले। प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रशासन ने उस दुकान को सील कर दिया है, जहां से सिट्रिक एसिड खरीदा गया था।  

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