वीरपुर बांध बनेगा शहर का प्रमुख पर्यटन स्थल, भोपाल की व्हीआईपी रोड़ की तर्ज पर होगा विकास
कुशवाह ने किया वीरपुर बांध के सौंदर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण
ग्वालियर,न.सं.। वीरपुर बांध जल्द ही शहर के प्रमुख एवं आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित होगा। प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित भोज तालाब के किनारे होकर गुजर रही व्हीआईपी रोड़ की तर्ज पर वीरपुर बांध परिसर का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यह बात शनिवार को राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत हो रहे वीरपुर बांध के सौंदर्यीकरण कार्य का जायजा लेने के बाद कही। श्री कुशवाह ने इसके अलावा मामा का बांध पहुंचकर वीरपुर बांध को जोडऩे के लिए बनाई जा रही लगभग सवा दो किलोमीटर लम्बी कैनाल का भी जायजा लिया।
श्री कुशवाह ने कहा कि लगभग 83 करोड़ रूपए की लागत से स्मार्ट सिटी द्वारा वीरपुर बाँध क्षेत्र में सौंदर्यीकरण कार्य कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल की व्हीआईपी रोड़ की तर्ज पर वीरपुर बांध को हाईवे तक जोडऩे के लिये लगभग साढ़े 4 करोड़ रूपए की लागत से रिटर्निंग वॉल बनाने की कार्ययोजना स्वीकृति के अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा वीरपुर बांध में नौकायन की व्यवस्था भी की जाऐगी। श्री कुशवाह ने कहा कि वीरपुर बांध को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिये धन की कमी नहीं आने दी जाएगी।
पेहसारी से आएगा पानी
पर्यटन स्थल के साथ-साथ शहरवासियों को यहां पर रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा रायपुर बाँध, मामा का बांध व वीरपुर बाँध को भरने के लिये पहसारी से सांक-नून-ट्विन डक और फीडर चैनल (नहर) का निर्माण लगभग 64 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है। इससे वीरपुर बाँध भी लबालब भरेगा। साथ ही हनुमान बांध भी भरेगा।
यह निर्देश भी दिए
- -वीरपुर बाँध परिसर में बनाए जा रहे सेल्फी प्वॉइंट पर आकर्षक लाइटिंग के बीच महापुरूषों की प्रतिमा लगाने के निर्देश निरीक्षण के दौरान दिए।
- -बाँध की ऊपरी सतह पर बेहतर ढंग से लैण्डस्केपिंग करने के साथ-साथ जरूरत के मुताबिक पेवर लगाए जाए।
- -वीरपुर बांध के सौंदर्यीकरण की कड़ी में बनाए जा रहे वाणिज्यिक कियोस्क, स्मार्ट रूम, पर्यटकों के लिए बैठने की जगह तथा चार पहिया व दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग बनाने का काम जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
- -मामा का बांध से वीरपुर बांध तक लगभग 170 लाख रूपए की लागत से निर्माणाधीन करीबन सवा दो किलोमीटर लम्बी नहर का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करें।