रेलगाडिय़ों में आगजनी से निपटने अब ट्रेनों के सामान्य कोचों में भी लगेंगे अग्निशमन यंत्र
यात्रा के दौरान रेलगाडिय़ों में होने वाली आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए उत्तर मध्य रेलवे अपनी ट्रेनों के जनरल कोचों में अग्निशमन यंत्र लगाएगा
ग्वालियर। बीते अगस्त माह में तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के डिब्बे में लाग लगने से कुछ यात्रियों की मौत हो गई थी। जिस कोच में आग लगी थी वह एक प्राइवेट पार्टी कोच था। इसी को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने सभी जनरल कोचों में अग्निशमन यंत्र लगाने की तैयारी की है। यात्रा के दौरान रेलगाडिय़ों में होने वाली आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए उत्तर मध्य रेलवे अपनी ट्रेनों के जनरल कोचों में अग्निशमन यंत्र लगाएगा।
इसकी तैयारी शुरू हो गई है। एनसीआर जोन से संचालित तमाम ट्रेनों के कुल 891 कोचों में यह व्यवस्था की जाएगी। अभी ट्रेन में ड्राइवर, गार्ड के अलावा वातानुकूलित कोचों में अग्निशमन यंत्रों की व्यवस्था है। जनरल कोच में आग लगने पर तुरंत अग्निशमन यंत्र उपलब्ध नहीं हो पाते हैं। अब उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने अपने तीनों मंडलों से चलने वाली सभी ट्रेनों के सामान्य कोच में अग्निशमन यंत्र लगाने की तैयारी की है। इसी वित्तीय वर्ष में यह काम शुरू भी हो जाएगा।
एनसीआर प्रशासन की तैयारी है कि महाकुंभ मेले के पूर्व जोन से संचालित सभी ट्रेनों के जनरल कोच अग्निशमन यंत्र से लैस कर दिए जाएं। बॉक्स पूरे एनसीआर में 891 कोच उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन द्वारा 152 ट्रेनों का रखरखाव किया जाता है। इन सभी ट्रेनों में 891 सामान्य कोच हैं। इसमें सर्वाधिक 70 ट्रेनों का रखरखाव प्रयागराज मंडल के जिम्मे है। इसके अलावा आगरा मंडल के जिम्मे 36 और 45 ट्रेनों का रखरखाव झांसी मंडल के जिम्मे है।
इन ट्रेनों का होता है संचालन ग्वालियर-वाराणसी बुंदेलखंड एक्सप्रेस, आगरा-झांसी, चंबल एक्सप्रेस, सुशासन एक्सप्रेस, ग्वालियर-पुणे, ग्वालियर-रतलाम, बरौनी मेल, ग्वालियर अहमदाबाद आदि।