सुलोचन का युवक ही नहीं युवती भी कर रही हैं नशा, हिसंक प्रवृत्ति ने बदला स्वभाव

रेलवे स्टेशन व मंशापूर्ण मंदिर नशेडिय़ों का बना अड्डा

Update: 2023-01-14 00:30 GMT

ग्वालियर, न.सं.। मेडीकल नशा ही नहीं अब पंचर टयूब से भी नशा किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन और उसके पास स्थित मंदिर के इर्दगिर्द युवक युवतियों को हाथ में गंदा कपड़ा मुंह से लगाए आसानी से देखे जा सकता है। कपड़े पर टायर पंचर जोडऩे वाला सुलोचन डालकर नशा करने वालों का स्वभाव हिसंक हो गया और वह लोगों को अपना निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं। पुलिस भी इनके नशे की आदत से परेशान हो चुकी है।

शहर का रेलवे स्टेशन और उसके आसपास का क्षेत्र मंशापूर्ण मंदिर, नया ओवरब्रिज, लक्ष्मणपुरा कलारी, पड़ाव पुल के नीचे रेल पटरी के पास दस वर्ष की आयु से लेकर चालीस वर्ष तक युवक-युवतियां सुलोचन से भीगा हुआ कपड़ा मुंह से लगाए हिलते डुलते मिल जाएंगे। पहले सुलोचन का नशा युवक करते थे, लेकिन अब धीरे-धीरे युवतियां भी यह नशो करने लगी हैं। दस वर्ष की बच्ची भी सुलोचन का नशा करते रेलवे स्टेशन व मंशापूर्ण मंदिर के पास मिल जाएगी। नशा करने वाले इतने बैखोफ हैं कि उनको बीट के पुलिसकर्मियों से कोई डर ही नहीं लगता। जानकारी हैरानी हुई कि सुलोचन का नशा करने वाली युवतियां पुलिस कर्मियों के साथ अभद्र भाषा में बात करने से नहीं चूकतीं। वजह जानने का प्रयास किया तो पता चला कि पुलिस इन नशा करने वाली युवती व युवकों से परेशान आ चुकी है और वह इनको पकड़ भी ले तो समस्या यह है कि रखे कहां। सुलोचन के नशे के कारण सैकड़ों युवाओं की जिंदगी बर्वाद हो रही है। साथ ही यह अपराध करने से भी नहीं चूक रहे हैं। नशे के कारण इनकी प्रवृत्ति हिसंक हो गई है। नशेड़ी युवकों ने अपने ही साथी की पड़ाव पुल के नीचे गला काटकर हत्या कर दी थी और शव को जला भी दिया था। रेलवे स्टेशन और उसके आसपास नशा करने वाले युवक-युवतियों का आतंक है। यह चोरी और लूट करने से भी पीछे नहीं हटते हैं। पुलिस समय समय पर नशा करने वालों को डंडा चलाकर खदेड़ती हैं लेकिन वह वापस फिर आ जाते हैं।

दिन में नशा, रात में देह व्यापार

रेलवे स्टेशन के आसपास सुलोचन का नशा करने वाली युवतियां देह व्यापार का ध्ंाधा भी करती हैं। दिन में नशा करने वाली युवती रात के समय रेलवे स्टेशन के बाहर पहुंच जाती है और अपने गिरोह के साथ देह व्यापार का धंधा करती है। राहगीरों के साथ बेवजह उलझना और झगड़ा करना इसकी आदत है। पुलिस जानकर भी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकती। वजह कोई शिकायत करने वाला नहीं है।

नशे में उतारा था मौत के घाट

थाटीपुर निवासी टर्र नाम का युवक रेलवे स्टेशन और उसके पास रहता था नशे का आदी था। 29 दिसम्बर 2022 को टर्र की उसके ही साथियों ने सुलोचन व स्मैक की हालत में गला काटकर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए शव को जला भी दिया था। पुलिस ने नशेड़ी दोस्तों को पकडक़र हत्या का राजफाश कर दिया। नशा करने वाले युवक युवतियों की हिसंक प्रवृत्ति होने के कारण वह लड़ाई झगड़ा करने की आदत बन गई है।

पुलिस कई बार खदेड़ चुकी है: विवेक अष्ठाना

पड़ाव थाना प्रभारी विवेक अष्ठाना का कहना है कि पुलिस कई बार नशा करने वालों को खदेड़ चुकी है। कुछ युवकों को पकडक़र नशा मुक्ति केन्द्र में भी भेजा था लेकिन वह वापस आ जाते हैं। नशा करने वालों की संख्या पहले से बढ़ गई है लेकिन पुलिस इने खिलाफ लगातार कार्रवाई करती है। शुक्रवार को भी इनको खदेड़ा गया है। सामाजिक संस्थाओं को भी आगे आना होगा तभी नशा करने वाले युवक युवतियों के व्यवहार में सुधार लाया जा सकता है।

बाल कल्याण समिति व सामाजिक न्याय विभाग के साथ मिलकर नशा मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। महिला बाल विकास विभाग भी नशा करने वालों की काउंसलिंग करता है और आवश्यकता पडऩे पर उसे एक दिन रखकर नशा से दूर रहने के लिए समझाया भी जाता है। परिवार के लोगों का भी सहयोग मिलने पर नशा की समस्या को कम किया जा सकता है।

राहुल पाठक

महिला बाल विकास अधिकारी

हम विद्यालय व नशा मुक्ति केन्द्रों में जाकर लोगों से नशा नहीं करने की सलाह देते हैं। व्यक्ति को नहीं बदला जा सकता है लेकिन उसकी आदतों को अवश्य सुधारा जा सकता है। हम नशा करने वालों में अच्छे जीवन के प्रति भावना पैदा करते हैं। सडक़ पर घूमकर नशा करने वालों के लिए भी अभियान चलाया जाएगा।

अंजलि बत्रा

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