ग्वालियर/विशेष प्रतिनिधि। पिछले एक-डेढ़ महीने से शहर में दो युवतियां कोतूहल का विषय बनी हुई है। इन दोनों ने रहस्यमय तरीके से अपनी बातें सामने लाकर अपने आपको चर्चाओं में ला दिया है। हम जिस मामले की बात कर रहे हैं वह पूरी तरह से कानूनी दांव पेच में उलझा हुआ है, फिर भी यह युवतियां अपनी अपनी बात अलग अलग ढंग से रख रही हैं। एक युवती तो बार-बार अपने बयान बदलने के कारण बेहद संदेहास्पद स्थिति में है, वहीं दूसरी युवती उसका पलटवार करने के कारण चर्चाओं में आई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बहोड़़ापुर क्षेत्र के एक अस्पताल में भर्ती हुई युवती ने नौ जून को यह बयान दिए थे कि शहर के तीन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास और छेडख़ानी की है। इस पर बिना किसी जांच बहोड़ापुर थाना पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ 376 सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा कायम कर मामले को पड़ाव थाने पहुंचा दिया। इसके बाद पड़ाव थाने ने जांच के नाम पर इस मामले को लटकाए रखा। उधर युवती नित नए बयान देती रही कभी वह उन व्यवसाई और समाजसेवी के साथ बिताए एक एक पल को छेडख़ानी के रूप में बताकर उनसे अपनी जान की सुरक्षा मांगने पुलिस कप्तान तो कभी पड़ाव थाने पहुंच जाती थी। उसने जैसे तैसे पड़ाव थाने में इनके खिलाफ बयान भी दर्ज करा दिए, लेकिन जैसे-जैसे समय बीता तो उसके बयान बदलते गए। अब जो बयान है, वह उन तीनों आरोपियों को बचाने वाला है, वह अपने बॉयफ्रेंड के उकसाने पर आरोप लगाना बता रही है और कह रही है कि वह अपने बॉयफ्रेंड को नहीं छोड़ेगी उसे फांसी होना चाहिए। इसी ब्वॉयफ्रेंड के खिलाफ वह पहले दुष्कर्म का मामला दर्ज करा चुकी है। यहां यह सवाल उठता है कि शुरू में धारा 164 के तहत इस युवती ने न्यायाधीश के समक्ष अपने बयान दर्ज करा दिए थे, तब वह बार-बार बयान क्यों बदल रही है? इससे शहर में चर्चा है कि युवतियां आखिर ऐसा करती क्यों है?इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सामने आई एक अन्य युवती ने इस पूरे मामले का भंडाफोड़ करने की ठानी, लेकिन उनके बयान भी अलग-अलग तरह के आए। यह बयान उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर दिए। खास बात यह रही कि उन्होंने एक आरोपी को क्लीन चिट देते हुए डीजीपी को पत्र लिखा। लेकिन ताजा स्थिति में अब वह आरोपियों के साथ बयान बदलने वाली माडल युवती को भी कोस रही है। माडल के बॉयफ्रेंड को वह अपने पक्ष मे लाकर तमाम जानकारियां एकत्रित करने के बाद एक एक का नाम लेकर उन पर ब्लैकमेल, धमकी सहित अन्य आरोप लगा रही है। ऐसे में कौन सच और कौन कितना गलत है, यह कह पाना बड़ा मुश्किल हो गया है। कानूनविद कहते हैं कि मॉडल युवती यदि धारा 164 के तहत बयान दे चुकी है तो वह किसी भी हालत में बयान नहीं बदल सकती और अदालत चाहे तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। ऐसे मे मॉडल युवती का मामला बेहद पेचीदा बना हुआ है। वही दूसरी युवती को पांच जुलाई को गोली लगने की घटना ने इस मामले को नया मोड़ दे दिया। गोलीबारी के बाद घायल हुई युवती ने आधा दर्जन लोगों को अपना दुश्मन बताते हुए अपने आप को चर्चाओं में ला दिया है। उसका सीधा आरोप है कि गोली चलवाने में मॉडल युवती का हाथ है, क्योंकि मॉडल ने बड़े पैमाने पर लेन देन कर अपने बयान बदले हैं और उसकी जानकारी सबूत सहित मैंने उजागर की है। इसके साथ ही वह आरोपी समाजसेवी एवं व्यवसाई को भी नहीं छोड़ रही। इस युवती का कहना है कि पुलिस सही ढंग से जांच करें तो यह मामला पूरी तरह से साफ हो सकता है। इस तरह पिछले एक डेढ़ महीने से यह दो युवतियां शहर में चर्चाओं में आ गई हैं।