जिस एम्बुलेंस की व्यवस्थाएं ठीक करने के दिए थे निर्देश, उसी में मिली कमियां

-मामला 108 एम्बुलेंस का, अधिकारी कर रहे मनमानी

Update: 2018-08-22 06:30 GMT

ग्वालियर। प्रदेश में 108 का संचालन कर रही जिगित्सा हेल्थ केयर के अधिकारी एम्बुलेंस की कमियों को दूर करने की जगह अपनी मनमानी करने में लगे हुए हैं। एम्बुलेंस के नोडल अधिकारी 108 की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए कई बार कम्पनी के अधिकारियों को पत्र भी लिख चुके हैं।

उसके बाद भी अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को तब सामने आया, जब नोडल अधिकारी डॉ. आई.पी. निवारिया ने तीन माह बाद दुबारा बारादरी लोकेशन की एम्बुलेंस को चैक किया। इस एम्बुलेंस में न तो ड्रेसिंग सहित आवश्यक दवाएं नहीं मिली। उन्होंने एम्बुलेंस के अंदर रखे एक टायर को हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन मंगलवार को जब जांच की गई तो टायर उसी स्थान पर रखा मिला। नोडल अधिकारी डॉ. निवारिया ने सीएमएचओ कार्यालय में बारादरी लोकेशन की एम्बुलेंस एमपी 02 एव्ही 6370 की तीन माह बाद दुबारा जांच की। जांच के दौरान उन्होंने देखा कि एम्बुलेंस में ड्रेसिंग तक का सामान नहीं है। इसके अलावा अग्निशमन यंत्र खराब पड़ा हुआ था। इतना ही नहीं तीन माह पूर्व डॉ. निवारिया ने जब पायलेट से गाड़ी की जानकारी मांगी तो उसने एक सूची थमा दी, जिसमें इंजन में ऑयल निकलने, नीचे घनघन की आवाज आने, कूलेंट में लीकेज, ईएमटी केबिन की सीट खराब होने सहित अन्य कमियां उस सूची में थीं। इसके साथ ही डॉ. निवारिया ने एमपी 02 एव्ही 4379 एम्बुलेंस की भी जांच की गई। इसमें भी कई कमियां नजर आईं। इस पर उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से नाराजगी जताते हुए एम्बुलेंस को ऑफ रोड कर मेंटीनेंस का काम करने के निर्देश दिए।

कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन 10 से हड़ताल पर

इधर 108 कर्मचारियों ने भी कम्पनी की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक और श्रम विभाग को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुईं तो 10 सितम्बर से काम बंद कर दिया जाएगा।

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