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रिपोर्ट दर्ज करने को तैयार नहीं भंवरपुरा पुलिस

वन अमले पर पथराव करने वालों के खिलाफ

Update: 2018-07-13 06:05 GMT

ग्वालियर। सोनचिरैया अभयारण्य घाटीगांव के संरक्षित वन क्षेत्र में अवैध खनन रोकने पहुंचे वन अमले पर पथराव करने वाले खनन माफिया के पालतू गुण्डों के खिलाफ भंवरपुरा पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने को तैयार नहीं है। रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पीडि़त वन कर्मचारी पिछले पांच दिनों से भंवरपुरा थाने के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस कोई न कोई बहाना बनाकर हर बार वन कर्मचारियों को टरका देती है।

यहां बता दें कि ग्वालियर वन मंडल के आरक्षित और संरक्षित वन क्षेत्रों में सक्रिय खनन माफिया को रोकने के लिए वन कर्मचारियों का दल प्रतिदिन गश्त करता है। गश्ती के दौरान विगत आठ जुलाई को वन अमला जब सोनचिरैया अभयारण्य की घाटीगांव गैमरेंज के अंतर्गत तिलावली वीट स्थित कालातोड़ा वन क्षेत्र में पहुंचा तो वहां अवैध खनन कर रहे खनन माफिया के लोगों ने वन कर्मचारियों पर जबरदस्त पथराव कर दिया था। इस दौरान वन कर्मचारियों ने पेड़ों और झाडिय़ों की ओट में छिपकर अपनी जान बचाई थी। मदद के लिए मौके पर पुलिस बल सहित अन्य वन कर्मचारियों को भी बुलाना पड़ा था। भारी अमले को देखकर पथराव कर रहे लोग मौके पर भाग गए थे।

बताया गया है कि इस घटना के तुरंत बाद वन कर्मचारी रिपोर्ट दर्ज कराने भंवरपुरा थाने पहुंचे थे तो उनसे अगले दिन आने के लिए कहा गया। घटना के दूसरे दिन वन कर्मचारी पुन: थाने पहुंचे तो उनसे कहा गया कि पहले पथराव करने वालों लोगों के नाम व पते ज्ञात कर लो, उसके बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। इसके बाद वन कर्मचारियों ने अपने स्तर पर जांच-पड़ताल कर पथराव करने वाले छह लोगों के नाम व पते ज्ञात कर लिए, जिनमें रणवीर पुत्र बाबू सिंह गुर्जर, महेश पुत्र बाबू सिंह गुर्जर, साधु पुत्र बाबू सिंह गुर्जर, रवि पुत्र नाहर सिंह गुर्जर, मनोहर पुत्र नाहर सिंह गुर्जर, नाहर पुत्र हल्के गुर्जर निवासी चराई डांग शामिल हैं।

बताया गया है कि आरोपियों के नाम व पते ज्ञात करने बाद वन कर्मचारी गुरुवार को एक बार फिर भंवरपुरा थाने पहुंचे तो इस बार भी पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की और यह कहकर चलता कर दिया कि अपने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से लिखवाकर लाओ, उसके बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। इस प्रकार भंवरपुरा पुलिस वन कर्मचारियों को लगातार टरका रही है। इससे साफ पता चलता है कि खनन माफिया की पुलिस में कितनी मजबूत पकड़ है।

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