डिजिटल संग्रहालय में कलाकारों को मिलेगी जगह
6.78 करोड़ में तैयार संग्रहालय में दिखेगा ग्वालियर का इतिहास
ग्वालियर, न.सं.। स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित किए जा रहे डिजिटल संग्रहालय में अब शहर के स्थानीय कलाकारों के हुनर को भी जगह मिलेगी। इसके लिए उनकी कला को आमंत्रित किया जाएगा। डिजिटल संग्रहालय में एक डिजिटल वॉल का प्रावधान है, जहां हैरिटिज थीम पर आधारित चित्रों को डिजिटल माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें केव आर्ट, प्री हिस्टोरिक आर्ट आदि एब्स्ट्रैक्ट आर्ट शामिल रहेंगे। स्मार्ट सिटी का एक उद्देश्य स्थानीय कलाकारों के हुनर को पहचान दिलाना भी है तथा इस प्रतिस्पर्धा के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा। इस प्रतियोगिता में शहर के कलाकार स्वयं तैयार किए चित्रों को ग्वालियर स्मार्ट सिटी की वेबसाइट के माध्यम से अपलोड कर सकेंगे। ये चित्र फिजिकल अथवा डिजिटल दोनों प्रारूप में हो सकते हैं।
प्लेनेटोरियम एवं डिजिटल वर्चुअल संग्रहालय 35000 वर्ग फीट क्षेत्र में तैयार किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत इस पर 6.78 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी महाराज बड़ा स्थित स्काउट एंड गाइड बिल्डिंग को डिजिटल म्यूजियम के रूप में विकसित कर रहा है। इस म्यूजियम में आर्ट गैलरी का भी प्रावधान है जहां आईटी उपकरणों के माध्यम से विभिन्न प्रकार की कला प्रदर्शित की जाएगी। यह संग्रहालय निम्न मॉड्यूल के आधार पर तैयार किया जा रहा है। समयरेखा, ग्वालियर का इतिहास, स्थापत्य शैली, ग्वालियर के वस्तु तत्व, परिधान, जीवनशैली, अवकाश के खेल, वाद्य यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प, पाक, भोजन व व्यंजन, सांस्कृतिक परम्परा, चित्रकारी, फोटोग्राफी तथा इमेजिनेरियम। इस भवन के पीछे के भाग में एक तारामंडल भी विकसित किया जा रहा है।
इनका कहना है
जल्द ही डिजिटल संग्रहालय का कार्य पूर्ण कर इसका लोकार्पण किया जाएगा। इच्छुक कलाकार लिंक पर जाकर अपनी कला को 15 अगस्त तक प्रस्तुत कर सकते हैं।
जयति सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्मार्ट सिटी