ग्वालियर : CMHO ने निरस्त किया जनक अस्पताल का लाइसेंस , मरीज के इलाज में लापरवाही के लिया एक्शन

गोल पहाड़िया निवासी पप्पू बघेल ने शिकायत की थी की उनकी बहु रेनू पल पति प्रदीप पाल की इलाज में लापरवाही के कारण मौत हो गई थी।

Update: 2023-06-05 17:24 GMT

ग्वालियर/वेबडेस्क। ग्वालियर में आज मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने जनक अस्पताल की मान्यता रद्द कर दी। सीएमएचओ ने ये कार्रवाई नियमों के उल्लंघन करने के लिए की है।  

दरअसल, गोल पहाड़िया निवासी पप्पू बघेल ने शिकायत की थी की उनकी बहु रेनू पल पति प्रदीप पाल की इलाज में लापरवाही के कारण मौत हो गई थी।उसका इलाज डॉ. अशीष श्रीवास्तव सहायक प्राध्यापक सर्जरी विभाग गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा किया गया था। पप्पू बघेल की शिकायत पर मामले की जांच के लिएय एक कमेटी का गठन किया गया था। जिसमें डॉ. मनोज कौरव जिला सर्वेलेंस अधिकारी, डॉ नीलम सक्सेना शामिल है। 

जांच कमेटी ने इस संबंध में जनक अस्पताल प्रबंधन को एक नोटिस जारी किया था एक माह का नियत समय बीत जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जवाब पेश किया। जिसमें लिखा कि शहर में दो ही गेस्ट्रोसर्जन है। जिसमें से एक रेनू पाल के इलाज के समय शहर से बाहर थे।  ऐसे में मानवीय पहलु को देखते हुए डा. अशीष श्रीवास्तव से ऑपरेशन कराया गया था जो कि अपनी विधा में निपुण है। जिसके बाद सीएमएचओ ने आज अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया।  

सीएमएचओ ने जारी आदेश में लिखा की नियमानुसार निजी नर्सिंग होम को सरकारी डॉक्टर की सेवा लेने पर शपथ पत्र प्रस्तुत करना होता है। आपके अस्पताल द्वारा जरुरी नियमों का पालन नहीं किया गया इसीलिए आपके अस्पताल का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है। आप भविष्य में किसी भी मरीज का इलाज ना करें एवं अपने यहां भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर करें।  



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