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स्वदेश की खबर का असर : CMHO ने किए चिकित्सकों के अटैचमेंट समाप्त

Update: 2024-03-29 01:00 GMT

ग्वालियर।  जिले में चल रहे अटैचमेंट के खेल पर जिलाधीश रुचिका चौहान के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. राजौरिया ने चिकित्सकों के अटैचमेंट खत्म कर दिए हैं। वहीं अटैचमेंट खत्म होने से अब चिकित्सकों ने हडक़म्प मचा हुआ है। क्योंकि अब चिकित्सकों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं देनी होंगी।

यहां बता दें कि अटेचमेंट के खेल ने बिगाड़ी ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाएं संबंधित खबर स्वदेश ने प्रमुखता से अपने 19 व 28 मार्च को प्रमुख्ता से प्रकाशित किया था।

उक्त मामले में जिलाधीश श्रीमती चौहान ने संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजौरिया को कार्रवाई के निर्देश दिए। निर्देश मिलते ही सीएमएचओ डॉ. राजौरिया ने गुरूवार को आदेश जारी कर चिकित्सकों के अटैचमेंट खत्म कर दिए हैं। वहीं अटैचमेंट खत्म होने से परेशान चिकित्सकों ने अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को माननियों से फोन भी करवा शुरू कर दिए हैं। क्योकिं अटैचमेंट खत्म होने से लम्बे समय से शहर की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं में जमें चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देनी होंगी।

इन चिकित्सकों के हैं अटैचमेंट

डबरा सिविल अस्पताल की बात करें तो यहां पदस्थ तीन चिकित्सकों के अटैचमेंट को एक साल को ऊपर हो गया है। इसमें ईएनटी के डॉ. सागर, गायनिक की डॉ. स्वाती अग्रवाल एवं मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. अतर सिंह प्रमुख हैं। इसी तरह गायनिक की डॉ. गरिमा यादव एवं आर्थोपेडिक के डॉ. रवि वर्मा, पैथोलॉजिस्ट डॉ. शिल्पा का अटैचमेंट शहर के अस्पतालों के लिए किया गया था। इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हस्तनापुर की बात करें तो यहां की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गीता अहिरवार व डॉ. मुकेश तोमर के अटैचमेंट शहर में हैं। इसके अलावा अन्य ग्रामीण क्षेत्रों की संस्थाओं में पदस्थ चिकित्सकों के अटैचमेंट खत्म किए गए हैं।

नियम विरूद्ध क्लीनिक चलाने वाले पांच चिकित्सकों को नोटिस

जिला अस्पताल में पदस्थ चिकित्सकों द्वारा संचालित की जा रही नियम विरूद्ध क्लीनिकों पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कार्रवाई की है। सीएमएचओ ने ऐसे पांच चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं, जो बिना पंजीयन कराए ही अपनी क्लीनिक पर मरीजों को देखते हैं।

दरअसल जिला अस्पताल व इससे जुडे जच्चा खाने में पदस्थ अधिकांश चिकित्सक अस्पताल के ही आसपास मेडिकल स्टोर व पैथोलॉजी स्टोर पर बिना क्लीनिक का पंजीयन कराए ही निजी प्रैक्टिस करने में लगे हुए हैं। उक्त मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. राजौरिया ने अस्पताल के आसपास क्लीनिकों का औचक निरीक्षण कराया। निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. नीरज बंसल, डॉ. प्रणय दीक्षित, डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. एस.एस. तोमर एवं डॉ. नीतेश मुदगल को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। साथ ही नोटिस का तीन दिन में जबाव प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं।

चिकित्सकों के अटैचमेंट खत्म हो चुके हैं। साथ ही चिकित्सकों को मूल पदस्थापना स्थल पर पहुंचने के निर्देश भी दिए गए हैं।

डॉ. आर.के. राजौरिया

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

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