50 हजार रुपए इकट्ठा करके कारोबारी खुद भरवा रहे हैं यातायात नगर के गड्ढे
यातना नगर बना यातायात नगर, कार्यकारिणी सदस्य आशीष जैन ने चेम्बर को लिखा पत्र
ग्वालियर, न.सं.। शहर का यातायात नगर इस समय यातना नगर बन गया है। यहां की सडक़ें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। व्यापारियों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पहले ग्वालियर विकास प्राधिकरण ने इसे अपने हाल पर छोड़ रखा था और अब नगर निगम की अनदेखी के कारण इसकी हालत बद से बदत्तर हो गई है। मजबूरन यहां के व्यापारियों ने 50-50 हजार रुपए इकट्ठा करके यहां की सडक़ों को गिट्टी से भरवाना शुरू कर दिया है जिससे वाहनों का आना-जाना हो सके। वहीं मप्र चेम्बर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारिणी सदस्य आशीष जैन ने इस संदर्भ में चेम्बर ऑफ कार्मस को पत्र भी लिखा है।
यातायात नगर की सडक़े पूर्ण रूप से समाप्त हो चुकी हैं, मतलब सडक़ें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। मध्य्रपेदश चेम्बर ऑफ कॉमर्स एवं कैट ने इस संदर्भ में कई बार निगम प्रशासन को यहां की समस्याओं से अवगत कराया और ज्ञापन भी दिए लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। मजबूरन में यातायाता नगर के व्यापारी खुद ही अपनी समस्याओं का हल ढूंढ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शहर में भारी वाहन नहीं आए और शहर में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हो इस दृष्टि से यातायात नगर बसाया गया और व्यापारियों ने अपना व्यापार शुरू कर दिया। लेकिन ग्वालियर विकास प्राधिकरण ने इन्हें सुविधा के नाम पर कुछ नहीं दिया और यहां की हालत बद से बदत्तर होती चली गई। गर्मियों में यहां दिन भर धूल उड़ती है तो बरसातों में जगह-जगह पानी भर जाता है जिससे आए दिन वाहन पलटते रहते हैं। धूल उडऩे के कारण कई व्यापारी सांस जैसी बीमारी से भी पीडि़त हो चुके हैं।
यह हैं समस्याएं:-
- - यातायात नगर में घुसने से ही पहले गंदगी का साम्राज्य देखने को मिलने लगता है।
- - नाले और नालियों में गंदगी भरी हुई है, इनकी निकासी नहीं हो रही है।
- - सडक़ों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और जगह-जगह कीचड़ जमी हुई है।
चेम्बर को लिखा पत्र:-
कार्यकारिणी सदस्य आशीष जैन ने मप्र चेम्बर ऑफ कॉमर्स को पत्र लिखते हुए कहा है कि व्यापारियों का पूरा का पूरा व्यापार यातायात नगर से जुड़ा हुआ है। यातायात नगर पहले दाल बाजार और मैनावाली गली में होता था जिसे हटाकर बहोड़ापुर भेज दिया है। शहर की यातायात समस्या को लेकर कई व्यापारियों ने अपने पूरे व्यापार को यहां स्थानांतरित कर लिया है। शहर का बड़ा व्यापार यातायात नगर में होता है, लेकिन यहां का व्यापारी जन सुविधाओं से बहुत बुरी तरह से प्रभावित है। यहां की सडक़े खुदी हुई पड़ी हैं और उनमे पानी भरा है। पक्की सडक़ा का तो यहां पता ही नहीं है। यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। जो थोड़ी बहुत सडक़ बची भी है वहां ट्रकों को खड़ा कर दिया जाता है। अत: इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उचित कार्यवाही करें।
इनका कहना है:-
‘यातायात नगर की हालत बहुत खराब है। इसके लिए चरणबद्ध आंदोलन की आवश्यकता है, लेकिन चेम्बर के कई लोग नेताओं और अधिकारियों को साधने में लगे हैं। उन्हें डर है कि उन्होंने आंदोलन किया तो कहीं कोई नेता और अधिकारी नाराज नहीं हो जाए। चेम्बर इसमें अधिकारियों और नेताओं के प्रति शरणागत है।’
विजय गोयल
पूर्व अध्यक्ष, चेम्बर ऑफ कॉमर्स
‘यातायात नगर का मामला हमारे संज्ञान में है। अभी हम प्रारूप तैयार कर रहे हैं जिससे शासन स्तर तक लेकर जाएंगे। किसी भी समस्या का हल चरणबद्ध आंदोलन नहीं है। ’
डॉ. प्रवीण अग्रवाल
अध्यक्ष, चेम्बर ऑफ कॉमर्स
‘यातायात नगर की हालत बहुत खराब हो गई है कहीं कोई सुनने वाला नहीं है। हम व्यापारियों ने 50 हजार रुपए इकट्ठा करके गिट्टी डलवाना शुरू कर दिया है।’
सुनील माहेश्वरी
ट्रांसपोर्ट कारोबारी, यातायात नगर