आचार संहिता के कारण बड़ी व छोटी परियोजनाओं पर लगा विराम
जमीनी स्तर पर कितने काम शुरू हुए है, इसको लेकर निगम अधिकारी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है
ग्वालियर। सोमवार को विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू होते ही निगम द्वारा बड़ी व छोटी परियोजनाओं के कार्यो पर पूरी तरह विराम लग गया है। बताया जा रहा है कि लगभग 2000 करोड़ वाले कार्यों की शुरूआत नहीं हो सकेगी। वहीं निगम अधिकारियों द्वारा अभी आनन फानन में 566 कार्योँ के वर्क आर्डर जारी किए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्यों के शुरू होने की स्थिति साफ नहीं है। ग्वालियर नगर निगम सीमा के 66 वार्डों में सत्ताधारी भाजपा नेताओ व विपक्षी नेताओं द्वारा अपनी मौलिक निधि से सडक़, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को देने के लिए ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण व ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में बीते 10 दिन से लगातार भूमिपूजन-लोकार्पण किए जा रहे थे। इसके लिए निगम अधिकारियों द्वारा लगातार फाइलें बनाकर टेंडर व अन्य प्रोसेस के बाद 566 कार्यों को शुरू कराने की कोशिश की गई है, लेकिन जमीनी स्तर पर कितने काम शुरू हुए है, इसको लेकर निगम अधिकारी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है।
इन कार्यों पर लग गया है अघोषित ब्रेक
-कटोराताल के पानी की सफाई-3.19 लाख
-स्वर्ण रेखा के दोनों ओर तार फैंसिंग-1.65 करोड़
-पड़ाव पुल के नीचे सीवल व विद्युत वर्क-1 करोड़
-एनिमल इनसीनेटर-5.33 करोड़
-पड़ाव ब्रिज के नीचे सुंदरीकरण-58 लाख
-जड़ेरूआ खुर्द में हाइटेक नर्सरी-15 करोड़
-जनकताल का रि-डेवलपेंट 6 करोड़ रुपए में
-जंक्शन इंप्रवूमेंट एंड ब्यूटिफिकेशन 5 करोड़
-फाइन आर्ट कॉलेज-6.33 करोड़
- गालव कन्वेंशन सेंटर-45 करोड़
- फूलबाग,अचलेश्वर,जयेंद्रगंज चौराह का सौंद्रीकरण-2.79 करोड़
- फूलबाग चौपाटी का उन्नयन-85 लाख
- चंबल वाटर प्रोजेक्ट-3760.4 करोड़
- एलिवेटेड रोड का द्दितीय चरण-926.21 करोड़
- कायाकल्प योजना का द्दितीय चरण-18 करोड़
- अमृत योजना लाइन डिस्ट्रीब्यूट-390 करोड़
- रेसकोर्स रोड का ब्यूटिफिकेशन का कार्य 10 करोड़