स्वदेश की खबर का असर : अग्रवाल ज्वेलर्स का सोना निकला घटिया, उपभोक्ता फोरम ने 60 हजार रुपए वापस करने के दिए निर्देश
ग्वालियर, न.सं.। दौलतगंज स्थित अग्रवाल ज्वैलर्स मोतीमॉल द्वारा 18 कैरेट के नाम पर 22 कैरेट के सोने के जेवरात बेचे जाने के मामले में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग ने ग्राहक की शिकायत को सही पाते हुए ज्वैलर्स संचालक को 60 हजार की वसूली गई अधिक राशि लौटाने के आदेश दिए हैं। साथ ही मानसिक क्षति के 10 हजार और प्रकरण व्यय के तीन हजार रुपए भी जमा कराने के निर्देश दिए हैं। इस पूरे मामले को सर्वप्रथम 13 अक्टूबर 2022 के अंक में स्वदेश ने प्रकाशित करते हुए खुलासा किया था।
ग्राहक के अभिभाषक अवधेश तोमर एवं संदीप निरंकारी ने बताया कि विंडसर हिल्स निवासी दिनेश अग्रवाल पुत्र पीएस अग्रवाल ने 18 मार्च 2021 को प्रदीप अग्रवाल संचालक अग्रवाल ज्वैलर्स दौलतगंज से 22 कैरेट के सोने के आभूषण खरीदें थे जिसका भुगतान करने के बाद पक्की रसीद दी गई थी। लेकिन बाद में जब उन्होंने इन जेवरातों को दूसरे संस्थान पर परिक्षण कराया तो वह 22 की जगह 18 कैरेट के निकले। इसकी जानकारी से जब उन्होंने दुकान संचालक प्रदीप अग्रवाल को अवगत कराया तो वह अपनी गलती स्वीकारने को तैयार नहीं थे और न ही अंतरराशि के 72 हजार रुपए देना चाहते थे। तब वह 7 अप्रैल 2022 को इस मामले को उपभोक्ता फोरम में ले गए। जिसमें 11 माह की लड़ाई के बाद उनके पक्ष में फैसला हुआ है।
यह है पूरा मामला:-
दौलतगंज के अग्रवाल ज्वेलर्स द्वारा अपने पुराने ग्राहक दिनेश अग्रवाल से 18 मार्च 2021 को 22 कैरेट का सोना बताकर 18 कैरेट के सोने के गहने थमा दिए। इसमें 96 प्रतिशत सोने के दाम लेकर 75 प्रतिशत सोना देने का कारनामा किया गया।दुकानदार प्रदीप अग्रवाल ने उन्हें जेवराती की कीमत 4520 रुपए प्रति दसग्राम और 200 रुपए प्रति ग्राम मेकिंग चार्ज बताया। साथ ही भरोसा दिलाया कि जेवर 22 कैरेट यानी कि 96 प्रतिशत शुद्ध हैं। चूंकि अग्रवाल पहले से यहां से सोना-चांदी की खरीदारी करते रहे हैं, इसलिए उन्होंने मंगलसूत्र 8.910 ग्राम, चैन 9.460 ग्राम, कनचेन 3.780 ग्राम, बाली 2.800 ग्राम, छह चूडियां 50 ग्राम की खरीदीं। इन सबकी कीमत 3 लाख 58 हजार 320 रुपए लिए गए, जबकि दो तरह के बिल 1 लाख 18 हजार 758 और दूसरा बिल 2 लाख 36 हजार रुपए का दिया गया। साथ ही ग्राहक द्वारा सोने के कुछ गहने दिए गए 1 लाख 46 हजार 500 रुपए कम कर दिए गए। बाद में श्री अग्रवाल किसी अन्य दुकान पर कुछ अन्य जेवरात खरीदने पहुंचे तब उन्हें पता लगा कि अग्रवाल ज्वेलर्स दिए गए गहने 22 की जगह 18 कैरेट के हैं और 10 ग्राम का भाव 4350 रुपए पाया। इसके लिए उन्होंने डीसी चैन्नई वाला की अधिकृत मशीन से गहनों की जांच भी कराई जिसमें गहनों को 18 कैरेट का बताया गया। इस तरह उनके साथ 72 हजार रुपए की चपत लग गई। इसे लेकर दिनेश अग्रवाल ने दुकान संचालक प्रदीप अग्रवाल को फोन लगाकर और दुकान पर पहुंचकर धोखाधड़ी की शिकायत की। लेकिन दुकानदार अपनी बात पर अड़ा रहा और गहने वापस करने की बात करने लगा। जिससे दिनेश अग्रवाल ने इंकार कर दिया। उनके द्वारा दुकानदार को बाकायदा 22 फरवरी 2022 को कानूनी नोटिस दिया गया।
जगह-जगह हो रही है ठगी:-
ग्वालियर के सराफा बाजार सहित मुरार और उपनगर ग्वालियर में अनगिनत सराफा कारोबारियों ने अपने संस्थान खोल रखे हैं जो ग्राहको को दिखाते कुछ हैं और देते कुछ और हैं। चूंकि ग्राहक पुराना होता है तो विश्वास में मारा जाता है। यही कारण है कि अब कई बड़े संस्थान सोने की गुणवत्ता की पहचान करने वाली मशीनें लेकर आए हैं। जिससे पता लग रहा है कि स्वर्ण कारोबारियों ने उन्हें कौनसा सोना थमाया था।