कमलनाथ सरकार का समर्थन करने वाले विधायक नारायण त्रिपाठी ने किया अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन
भोपाल। विधानसभा में मत विभाजन के दौरान कमलनाथ सरकार का समर्थन करने वाले भाजपा के दो विधायकों में से एक नारायण त्रिपाठी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का समर्थन करके सभी को चौंका दिया है। त्रिपाठी के इस बयान से राजनीतिक हलकों में नई सुगबुगाहट पैदा हो गई है। सत्ताधारी कांग्रेस ने इससे पल्ला झाड़ लिया है।
मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधानसभा में मत विभाजन के दौरान भाजपा के ही एक और विधायक शरद कोल के साथ मिलकर कमलनाथ सरकार के पक्ष में मतदान किया था। दोनों विधायकों के इस कदम से विपक्षी दल भाजपा में हड़कंप मच गया था और दोनों विधायकों के टूटने की चर्चा दिल्ली तक पहुंची थी। हालांकि भाजपा ने दोनों विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और न ही इन विधायकों ने अभी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। लेकिन यह माना जा रहा है कि देर सबेर दोनों विधायक कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।
इन्हीं में से एक विधायक नारायण त्रिपाठी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ करके राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया है। विधायक त्रिपाठी ने ट्वीट किया है- 'देश के गृहमंत्री अमित शाह जी को बधाई अनुच्छेद 370 को कश्मीर से हटाये जाना ऐतिहासिक फैसला है! देश हित में ऐसे कठिन फैसले अमित शाह जी ही ले सकते है। आज उनके इस ऐतिहासिक फैसले को पूरा देश सर आंखों में बिठा कर स्वीकार कर रहा है, बहुत-बहुत बधाई'। त्रिपाठी के इस बयान से जहां नए कयास लगाए जाने लगे हैं, वहीं कांग्रेस ने इसे उनके विचार बताते हुए पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी के मीडिया विभाग की संयोजक शोभा ओझा का कहना है कि हम सिर्फ इतना जानते हैं कि विधायक नारायण त्रिपाठी ने मत विभाजन के समय हमारी सरकार का समर्थन किया था। अब वो क्या कहते हैं, क्या करते हैं इससे हमें कोई लेना-देना नहीं है।