नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्तमंत्री और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि देश के सामने सबसे प्रमुख मुद्दे राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई है। ये लंबे समय तक चलने वाली योजना का हिस्सा हैं जबकि विकास संबंधी अन्य मुद्दों का समाधान अर्थव्यवस्था के क्रमशः बढ़ने के दौरान होता रहेगा।
जम्मू कश्मीर समस्या के संदर्भ में राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खतरे की चर्चा करते हुए जेटली ने सोमवार को लिखे एक आलेख में कहा कि जो लोग वास्तविक मुद्दों के समाधान की बात करते हैं वे जम्मू कश्मीर समस्या और आतंवाद के खतरे की अवहेलना क्यों करते हैं। उन्होंने पूछा क्या राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई वास्तविक मुद्दे नहीं हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी पार्टियों की ओर से वास्तविक मुद्दे की ही चर्चा की जाने की वकालत पर भाजपा नेता ने कहा कि देश की संप्रभुता और सुरक्षा सर्वोपरि है। विकास संबंधी मुद्दे निश्चित अवधि में हल किए जा सकते हैं। जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लंबे समय तक चिंता का विषय रहेगी।
जम्मू कश्मीर की समस्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए जेटली ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए के जरिए कश्मीर के भारत में पूर्ण एकीकरण में बाधा पैदा की गई। उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के संबंध में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार का कड़ाई से पेश आने वाला रवैया सही है। राजग जम्मू कश्मीर में विधि के शासन को पूरी तरह लागू करने और राज्य के भारत में पूर्ण एकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। जेटली ने कहा कि केवल एक मजबूत सरकार और साफ दृष्टि वाला नेता ही कश्मीर समस्या को हल कर सकता है।