सरकारी योजनाओं का लाभ सर्वाधिक निर्धनों तक पहुंचना चाहिए : उपराष्ट्रपति नायडू
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को युवा अधिकारियों से सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबों में सबसे निर्धन तक पहुंचाने को कहा है। उन्होंने सरकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए सरकार और जनता के बीच संवाद को मजबूत करने की भी जरूरत पर बल दिया।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू यहां जन कल्याण शिक्षा समिति के प्रकल्प 'संकल्प' द्वारा आयोजित गुरु सम्मान एवं अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने संस्कार भारती के संस्थापक बाबा योगेंद्र को रूशी सम्मान तथा पूर्व आईएएस विनय शंकर, पूर्व आईपीएस भूषण लाल बोहरा एवं पूर्व आईएफएस गजानन वाकानार को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गुरु सम्मान से सम्मानित किया। इस मौके पर जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व राज्यपाल जगमोहन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल एवं अन्य गण्यमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारी प्रणाली में गुरुओं पर जितना अधिक ध्यान दिया जाए, उतना कम है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण स्वयं सभी जीवित संस्थाओं के गुरु हैं, फिर भी गुरुओं के महत्व को समझाने के लिए एवं गुरु की सेवा कैसे करनी चाहिए, यह बताने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने संदीपनी मुनि को अपना आध्यात्मिक गुरु स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि 'गुरु' एक ऐसा प्रथम दीप है, जिससे असंख्य दीप प्रज्वलित होते हैं। गुरु और शिष्य का रिश्ता अपने आप में एक अनूठा रिश्ता है। गुरु शिष्य को एक ऐसे आयाम में स्पर्श करता है, जहां कोई और छू ही नहीं सकता।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुझे 'संकल्प' संस्था का उद्देश्य बहुत अच्छा लगा। यह संस्था न केवल सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी करवाती है बल्कि एक जिम्मेदार, ईमानदार और संवेदनशील अधिकारी बनने की प्रेरणा भी देती है। संस्था गरीब पृष्ठभूमि के मेधावी छात्रों पर अधिक ध्यान केंद्रित करती है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने चुनौती समाज के सभी वर्गों तक पहुंचने एवं उन्हें विकास की प्रक्रिया में भागीदार बनाने की है।