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सुमित्रा महाजन का कट सकता है टिकट, कैलाश विजयवर्गीय है प्रबल दावेदार

Update: 2018-11-11 09:21 GMT

इंदौर/ स्वदेश वेब डेस्क। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन 12 नवम्बर 2018 को 75 वर्ष 8 माह की हो जाएंगी। भाजपा ने जो अघोषित नियम बनाया है उसके अनुसार 75 वर्ष की उम्र वाले भाजपा नेताओं को लोकसभा का टिकट नहीं दिया जाएगा। यह अघोषित नियम यदि कड़ाई से लागू होगा, तो अप्रैल-मई 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में सुमित्रा महाजन को इंदौर संसदीय सीट से टिकट नहीं दिया जाएगा। क्योंकि अप्रैल 2019 में वह 76 वर्ष की हो जाएंगी। इंदौर संसदीय सीट से सुमित्रा महाजन लगातार 8वीं बार सांसद हैं। इंदौर के उनके समर्थकों का कहना है कि अगली बार टिकट नहीं दिये जाने पर ताई (सुमित्रा महाजन) अपने पुत्र मंदार के लिए पूरा जोर लगाएंगी। लेकिन भाजपा नेतृत्व उनके पुत्र मंदार को इंदौर संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाएगा, इसकी संभावना कम है। क्योंकि मंदार को यदि टिकट देना ही होता, तो इंदौर-3 विधानसभा सीट से टिकट दे दिया होता। इसके लिए सुमित्रा महाजन ने पूरा जोर लगा दिया था।

सुमित्रा महाजन के पूरा दम लगा देने के बाद भी जब शीर्ष नेतृत्व ने उनके बेटे को विधानसभा का टिकट नहीं दिया, तो लोकसभा के लिए तो और भी मारामारी है। उसकी भी संभावना कम ही है। इसकी वजह यह भी है कि मंदार की कोई राजनीतिक पहचान नहीं है। ऐसा भी नहीं है कि सुमित्रा महाजन का टिकट काटने से जनता नाराज हो जाएगी। क्योंकि इंदौर लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ है। भाजपा जिसको भी टिकट देगी, वह यहां से जीत जाएगा। टिकट काटे जाने से सुमित्रा महाजन बगावत भी नहीं कर सकती हैं। क्योंकि उनकी निगाह भविष्य में राज्यपाल पद पर है.

फिलहाल अभी से इंदौर संसदीय सीट के लिए कई नाम चल रहे हैं। इसमें भाजपा महासचिव विजयवर्गीय प्रबल दाबेदार है वहीँ इंदौर की मेयर मालिनी गौड़, भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्ण मुरारी मोघे का नाम भी प्रमुख है। इसमें विजयवर्गीय वैश्य, मालिनी गौड़ क्षत्रिय, कृष्णमुरारी मोघे ब्राह्मण वर्ग से आते हैं।

किसको इंदौर लोकसभा का टिकट मिलेगा, इस सवाल पर इंदौर के कुछ लोगो का कहना है कि टिकट तो विजयवर्गीय को ही मिलेगा, क्योंकि इस समय केन्द्र सरकार और संगठन में इस विजयवर्गीय अच्छा काम करने के साथ बंगाल में भी संगठन के लिए काम कर रहें है।  संभावना है की  इसलिए विजय वर्गीय के पुत्र आकाश वर्गीय को इंदौर-3 से टिकट दे दिया गया, लेकिन सुमित्रा महाजन के बेटे मंदार को नहीं। इसी तरह से इंदौर संसदीय सीट से विजय वर्गीय को भी टिकट दे दिया जाएगा ऐसा अनुमान है।

वरिष्ठ पत्रकार जयकृष्ण गौड़ का कहना है कि जो स्थिति है उससे तो 90 प्रतिशत उम्मीद है कि इंदौर संसदीय सीट से विजयवर्गीय को टिकट मिलेगा। सुमित्रा महाजन का टिकट कटने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पार्टी जिसको प्रत्याशी बनाएगी भाजपा के वोटर उसको वोट देंगे। चाहे कोई भी प्रत्याशी हो उससे बहुत फर्क नहीं पड़ता ।"

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