नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि जनकल्याण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का लाभ आधार के जरिए सीधे लाभार्थी के खाते में जमा होने के कारण बिचौलियों से होने वाले लगभग 90 हजार करोड़ रुपये के दुरुपयोग को रोका जा सका है। शुक्रवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा कि आधार में दर्ज आंकड़े न सिर्फ पूरी तरह से सुरक्षित हैं बल्कि इसकी वजह से गरीब कल्याण योजनाओं के लाभ में बिचौलियों के दुरुपयोग को रोकने में भी कामयाबी मिली है।
सरकार ने विशिष्ट पहचान संख्या से जुड़े 'आधार' के तहत दर्ज बायोमैट्रिक डाटा की सुरक्षा पर उठ रही आशंकाओं को निराधार बताते हुए इसे पूरी तरह से सुरक्षित बताया है। प्रसाद ने कहा कि पहले आधार पर 'निराधार' होने के आरोप लगते थे, क्योंकि पहले यह किसी पुख्ता कानून से पुष्ट नहीं था लेकिन अब सरकार ने आधार को संसद द्वारा पारित कानून से पुष्ट कार्ययोजना से लैस किया है। हाल ही में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के प्रमुख आर.एस. शर्मा के आधार के जरिए उनके बैंक खाते को हैक करने संबंधी मीडिया खबरों को खारिज करते हुए प्रसाद ने कहा कि यूआईडीएआई ने इस बारे में पहले ही बयान जारी कर हैकिंग के दावे को गलत करार दिया था।