नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कक्षा का फिसड्डी छात्र राहुल गांधी क्लास के टॉपर नरेंद्र मोदी के प्रति नफरत से भरा है और उनसे ईर्ष्या करता है। जेटली ने फेसबुक पर पोस्ट किए अपने नवीनतम आलेख में कहा कि राफेल युद्धक विमान सौदे के बारे में राहुल गांधी ने लोकसभा में जो दो भाषण दिए वे सड़क छाप थे, उनमें कोई तथ्य या गहराई नहीं थी। राहुल की बे-सिरपैर की बात के विपरीत चर्चा में बीजू जनता दल के भर्तृहरि मेहताब और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता एन.के. रामचंद्रन ने कुछ तार्किक ढंग से अपनी बातें रखीं।
If we analyse Rahul Gandhi's two speeches on Rafale, they are based on a personal hatred for the Prime Minister emanating from envy. A failed student always hates the class topper.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि मोदी विरोधियों का नया प्रलाप यह है कि देश के संस्थानों को कमजोर किया जा रहा है जबकि हकीकत यह है कि यही लोग लोकतांत्रिक संस्थाओं को तोड़ने में लगे हैं। जिन्होंने पूरी जिंदगी में संस्थाओं को तबाह किया वे आज उनकी हिफाजत की बात कर रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए कहा कि संसद के कामकाज में जो व्यवधान आ रहा है उसके मुख्य दोषी जवाहरलाल नेहरू के परनाती ही हैं।
जेटली ने कहा कि संस्थानों के ये तथाकथित रक्षक देश के टुकड़े-टुकड़े करने की कोशिश में लगे राष्ट्रविरोधी लोगों की हिमायत में खड़े हो जाते हैं। राहुल गांधी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में राष्ट्रविरोधी नारे लगाने वाले लोगों का साथ दिया। पिछले दिनों संपन्न राज्य विधानसभा के चुनावों में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने माओवादियों के साथ गठबंधन किया। इस पार्टी ने शहरी नक्सलियों का अदालतों में समर्थन किया।
जेटली ने कांग्रेस से पूछा कि वह एक ओर भारत की अस्मिता की बात करती है तो दूसरी ओर भारत विरोधी तत्वों का समर्थन क्यों करती है। जेटली ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत और उसकी संस्थाओं की उन लोगों से रक्षा की जाए जो इन्हें तोड़ने में लगे हैं। एक अंग्रेजी अखबार में राफेल के बारे में छपे समाचार का उल्लेख करते हुए जेटली ने कहा कि आधा अधूरा दस्तावेज छापकर इस अखबार ने अपनी पूरी साख गवां दी।