नई दिल्ली। मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीडन के मामले को लेकर बिहार में आज लेफ्ट और आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) ने बंद बुलाया है। बंद समर्थकों ने ट्रेनों के परिचालन को ठप कर दिया है। मधुबनी बालिका गृह की जांच जज की निगरानी में कराने की मांग हो रही है। साथ ही मुजफ्फरपुर घटना में शामिल मंत्री पति पर काईवाई और मंत्री के इस्तीफा की मांग की जा रही है। वाम के समर्थन में राजद, हम, काँग्रेस और स्वराज अभियान शामिल है।
राज्य मुख्यालय सूत्रों ने यहां बताया कि बंद को देखते हुए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। राजधानी पटना के प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस बल की विशेष रूप से तैनाती की गई थी। वामपंथियों के इस बंद को महागठबंधन का भी समर्थन है। वामपंथी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता भी बंद कराने के लिए राजधानी की सड़कों पर उतरे। पटना के गांधी मैदान से डाक बंगला की तरफ बढ़ रहे वामपंथी कार्यकर्ताओं को सुरक्षाबलों ने रोकने की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों तथा बंद समर्थकों के बीच झड़प हुईं। राजधानी पटना में सुबह से ही बंद समर्थक जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं और आवागमन को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति की मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में कथित संलिप्तता के कारण बेगूसराय स्थित उनके आवास पर बुधवार को हुए हमले के बाद राजधानी स्थित उनके आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई। विरोधियों ने इसके पहले पटना स्थित मंजू वर्मा के सरकारी आवास पर उनके नाम की तख्ती पर कालिख पोत दी थी।
इस बीच मुजफ्फरपुर से प्राप्त आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने बालिका गृह यौन शोषण कांड के मुख्य आरोपी तथा बालिका गृह संचालक ब्रजेश ठाकुर के आवास के निकट जमकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को देखते हुए ब्रजेश के घर के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। रिपोर्ट के अनुसार बंद के दौरान मुजफ्फरपुर में सड़क यातायात प्रभावित हुआ, इसका प्रभाव व्यापारिक संस्थानों पर भी पड़ा। प्रमुख चौक-चौराहों की दुकानें बंद दिखी तथा सड़कों पर वाहन आम दिनों की अपेक्षा कम चलते दिखे। बंद समर्थकों ने रेलवे ट्रैक पर भी धरना प्रदर्शन किया, जिससे वैशाली सुपरफास्ट समेत कुछ रेलगाड़ियों का परिचालन मुजफ्फरपुर में प्रभावित हुआ।
नवादा, छपरा, गया, बेगूसराय तथा अन्य जिलों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार बंद समर्थकों ने इन जिलों में भी धरना प्रदर्शन किया और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कराने की कोशिश की। फिलहाल, कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।