अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला मुस्लिमों को होगा मंजूर: जफरयाब जिलानी
लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य और बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा कि अयोध्या में मंदिर या मस्जिद मसले पर देश की सबसे बड़ी अदालत जो फैसला देगी, उसे सभी मुसलमान कबूल करेंगे।
नदवा कॉलेज में एआईएमपीएलबी की बैठक के बाद सदस्य जफरयाब जिलानी ने पत्रकार वार्ता के दौरान यह बड़ा बयान दिया। जफरयाब जिलानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का हर फैसला कबूल है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद के मसले पर वहां से जो फैसला आएगा, उसको सभी मुसलमान मंजूर करेगा। फिर वह पक्ष में आये या विपक्ष में, सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही हमारे लिए अंतिम फैसला है।
जफरयाब ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हमें भरोसा है और इसके लिए तीन तलाक के मामले में कानून बन जाने के बाद बोर्ड उसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगा। तीन तलाक पर वर्तमान सरकार की नीति मुस्लिम महिलाओं के हित में नहीं है। अगर इस पर संसद में बिल लाया गया और उसे मंजूरी मिल गयी तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
उन्होंने कहा कि एक बार अशोक सिंघल के खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट में जा चुके हैं। तब कोर्ट ने कहा था कि मुद्दों पर कोर्ट में आएं। इसलिए तीन तलाक जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सही निर्णय के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। पत्रकार वार्ता के दौरान एआईएमपीएलबी के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा कि अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, उसे बोर्ड मंजूर करेगा। बोर्ड के वीमेन विंग की संयोजिका असमा ज़ुहरा ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं की शिक्षा के लिए बहुत सारा काम किया गया है। इस दौरान दक्षिण भारत में चेन्नई में काफी काम किया गया। इसी तरह से गुजरात, बंगाल, मध्य प्रदेश में कार्य हुआ। उन्होंने कहा कि मुस्लिम युवतियों की दूसरे धर्म में विवाह करने को हम गलत समझते हैं। इसके लिए वीमेन विंग की टीम हमारी मुस्लिम युवतियों की रक्षा का काम कर रही है। छोटे बच्चों से लेकर युवतियों तक रक्षा करने के लिए हम कार्य कर रहे हैं। (हिस)