मप्र का यह बजट बच्चों के बेहतर भविष्य का बजट है - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह

Update: 2022-03-09 10:41 GMT

भोपाल/वेब डेस्क। मध्यप्रदेश विधानसभा में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को राज्य का वित्त वर्ष 2022-23 का बजट प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का बजट बताया। उन्होंने कहा कि यह सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी बजट है। सर्वव्यापी अर्थात प्रदेश के हर अंचल के संतुलित विकास का यह बजट है। सर्वस्पर्शी भी, जिसमें गरीबों के आवास, बच्चों की शिक्षा, पेयजल और इलाज की व्यवस्था के साथ किसानों के कल्याण का भी ध्यान रखा गया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह बजट बच्चों के बेहतर भविष्य का बजट है। हमने इस बार चाइल्ड बजट की बात कही थी बच्चों के कल्याण से संबंधित योजनाएं स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा से संबंधित बेहतर शिक्षा के लिए सीएम राइज स्कूल प्रारंभ किए जा रहे हैं। अलग-अलग चरणों में लगभग 7000 करोड रुपए इसमें व्यय किए जाएंगे। अलग-अलग बाल कल्याण की योजनाओं जो खर्च किया जाएगा विभिन्न विभाग का अगर वो जोड़ा जाए, 57803 करोड़ का इसमें प्रावधान किया गया है।

यह बजट स्वास्थ्य पर भी केंद्रित किया गया है। जिला चिकित्सालय हो, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हो, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हो, वैलनेस सेंटर हो, उनके सुदृढ़ीकरण के लिए, आयुष्मान भारत जैसी योजना के लिए इस बजट में पर्याप्त प्रावधान किया गया है। 

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उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के निर्माण का बजट है। यह बजट केवल अर्थशास्त्रियों और अधिकारियों ने नहीं बनाया, बल्कि जनता के सुझाव के आधार पर भी बनाया गया है। 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' के संकल्प को साकार करता आज का बजट किसान, गरीब के कल्याण के साथ महिलाओं, युवाओं के सपनों को साकार करने का आधार है। 2 लाख 79 हजार 237 करोड़ रुपये का बजट प्रदेश की नई तस्वीर बनाएगा।

प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा जी को बहुत अच्छा बजट प्रस्तुत करने के लिए मैं बधाई देता हूं। प्रसन्नता की बात यह है कि विपरीत परिस्थितियों में मध्यप्रदेश की विकास दर देश में सबसे ज्यादा रही है। मध्यप्रदेश देश में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद निरंतर बढ़ रहा है। वर्तमान दर पर 19.74% है, जो देश में सर्वाधिक है। प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 11 लाख 69 हजार चार करोड़ रुपये हो गया है। जो पिछले साल 9 लाख 76 हजार 281 करोड़ रुपये था। मध्यप्रदेश 19.7% की विकास दर हासिल करने में सफल रहा है। यह प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। 

मुख्यमंत्री ने कहा, यह हमारे लिए गर्व की बात है कि अब तक उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर मध्यप्रदेश की जीएसडीपी ग्रोथ रेट देश के राज्यों में सर्वाधिक है। वर्ष 2021-22 के अग्रिम अनुमानित आँकड़े दर्शाते है कि करेंट प्राइसेज पर जीएसडीपी में 19.74% की वृद्धि के साथ, आज हम देश में सबसे तेज बढ़ने वाला राज्य हैं।

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