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एमजे अकबर ने यौन शोषण के आरोपों को ठहराया गलत, बोले - करूंगा कानूनी कार्रवाई

Update: 2018-10-14 11:00 GMT

नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने 'मी टू' अभियान के दौरान उन पर लगे आरोपों को लेकर अपनी सफाई दी है। विदेश से वापस आकर दिये अपने बयान में एमजे अकबर ने कहा कि उनके ऊपर लगे तमाम आरोप झूठे, दुर्भावना से प्रेरित और आधारहीन हैं।

एमजे अकबर ने सवाल उठाया कि आखिर आम चुनाव के कुछ महीने पहले ही इस तरह की बातें सामने क्यों आ रहीं हैं? एमजे अकबर ने कहा कि वे इस तरह के आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।

विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने 'मी टू' अभियान के तहत आरोप लगाए थे। इन महिलाओं का आरोप था कि एमजे अकबर ने एक पत्रकार-संपादक के रूप में उनके साथ बरसों, दशकों पहले दुर्व्यवहार किया था।

अपने बयान में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने कहा कि मेरे ऊपर लगाए सभी आरोप झूठे, मनगंढ़त और दुर्भावना से प्रेरित हैं। मैं पहले इन आरोपों के जवाब इसीलिए नहीं दे पाया, क्योंकि मैं एक आधिकारिक यात्रा पर विदेश में था। अब मैं इन आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। बिना सबूतों के आरोप लगाना कुछ लोगों की आदत-सी हो गई है। मैं पूछता हूं कि आखिर आम चुनाव के कुछ महीने पहले ही क्यों इस तरह का तूफान उठाया जा रहा है? इसके पीछे एजेंडा क्या है? इस तरह के झूठे, मनगढ़ंत आरोपों ने मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है। झूठ के पैर नहीं होते, लेकिन उनमें जहर होता है। जो पागलों की तरह उगला जाता है। यह बहुत ही दुखद स्थिति है।

अपने ऊपर लगाए आरोपों का सिलसिलेवार जवाब देते हुए एमजे अकबर ने कहा कि प्रिया रमानी ने करीब एक साल पहले ये अभियान छेड़ा था, जिसकी शुरूआत उन्होंने एक पत्रिका में एक लेख लिखकर की थी लेकिन उस लेख में मेरा नाम नहीं लिया था। अब जब नाम लिया और उनसे पूछा गया कि उन्होंने तब क्यों नहीं मेरा नाम लिया, तो प्रिया रमानी का जवाब था कि मैनें उनके साथ कुछ नहीं किया था। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जब मैने कुछ किया ही नहीं, तो फिर स्टोरी कैसे होती है। ये कोई मामला ही नहीं है। झूठे, मनगढ़ंत और अपशब्दों के साथ आरोपों का एक समुद्र सा बनाया गया।

इसी तरह सुतुपा पॉल ने कहा कि उस आदमी यानी मैनें कभी उसके साथ यौन दुर्व्यवहार नहीं किया। उसने ऐसा कुछ गलत मेरे साथ नहीं किया। एक और महिला, अंजू भारती ने कहा कि मैंने स्वीमिंग पूल में पार्टी के वक्त दुर्व्यवहार किया लेकिन मैं तो तैरना जानता तक नहीं। इसी तरह गजाला वहाब ने मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की। उनके आरोप के अनुसार जब उनके साथ यौन दुर्व्यवहार हुआ, वो 21 साल पहले की घटना थी। यानी ये मेरे राजनीति में प्रवेश करने के 16 साल पहले हुआ, और उस वक्त हुआ जब मैं मीडिया में हुआ करता था। उस वक्त मैं 'द एशियन एज' में काम करता था और वो मेरी संपादकीय टीम की सदस्य हुआ करती थीं। उनके आरोप के मुताबिक उस समय हमारा ऑफिस बहुत ही छोटा हुआ करता था, जिसमें छोटे-छोटे क्यूबिकल्स बने हुए थे। जो दूसरे के टेबल-चेयर से बमुश्किल दो फीट दूर होते थे। इतने छोटे से स्पेस में कुछ हो और किसी अन्य को पता भी नहीं चले, ये सोचने वाली बात है। इतना ही नहीं प्रिया रमानी और गजाला वहाब, दोनों ने उन तथाकथित घटना के बाद भी मेरे साथ काम किया, ये बताता है कि उन्हें तब कोई परेशानी नहीं थी। फिर वो इतने साल तक चुप रहीं, और अब बोल रहीं हैं, ये ही बता देता है कि अब वजह क्या हो सकती है, क्या एजेंडा हो सकता है।

विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर स्वदेश लौट आए हैं। वे आधिकारिक यात्रा पर अफ्रीकी देश नाइजीरिया गए हुए थे। इस बीच देश में चल रहे 'मी टू अभियान' के दौरान कई महिलाओं ने एमजे अकबर पर यौन शौषण का आरोप लगाया, जिसके चलते कांग्रेस सहित कई वर्गों ने विदेश राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है।

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