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मसूद अजहर पर बैन में पुलवामा हमले का अहम रोल : विदेश मंत्रालय

Update: 2019-05-02 14:57 GMT

नई दिल्ली। आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र(यूएन) द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने में भारत में हुए पुलवामा आतंकी हमले का अहम रोल रहा है। भारत साल 2009 से मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की मांग कर रहा है। हालिया पुलवामा अटैक के बाद दुनिया भर के देशों सकी राजनयिक स्तर पर कोशिशों के बाद मसूद अजहर को लेकर एक आम राय बनी, जिस पर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध कमेटी ने फैसला किया।विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए मसूद अजहर को लेकर विस्तार से बात की। यूएन की प्रतिबंध कमेटी ने मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया है।

मंत्रालय प्रवक्ता ने बताया कि मसूद अजहर पर इस बैन के बाद अब तीन तरह की कार्रवाई की जा सकती है। मसूद अजहर और उसके संगठनों के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय लेन-देन पर प्रतिबंध लग सकता है। इसके अलावा मसूद की संपत्तियों को भी सीज़ किया जा सकता है। इसके साथ-साथ मसूद अजहर के विदेश आने-जाने पर भी प्रतिबंध लागू हो सकता है। साथ ही मसूद अजहर पर हथियारों को लेकर भी प्रतिबंध लागू होते है। अब पाकिस्तान सरकार पूरी दुनिया के लिए जिम्मेदार होगी।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि इसके लिए भारत सरकार ने यूएन की कमेटी को सारे सबूत मुहैया करवाए थे, जिससे मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की भारत की मांग मजबूत हो। इतना ही नहीं भारत के द्वारा उपलब्ध कराए सबूतों ने यूएन की कमेटी को ये फैसला लेने में मदद की।

आतंकी हमले के बाद श्रीलंका ने नहीं मांगी भारत से मदद : विदेश मंत्रालय

श्रीलंका में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत से किसी भी प्रकार की मदद नहीं मांगी गई। ना तो आतंकी समूहों की खुफिया जानकारी के रूप में ना ही किसी अन्य कार्य में। यदि श्रीलंका आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत से किसी भी प्रकार की मदद की मांग करेगा तो भारत हमेशा की तरह तैयार है। विदेश मंत्रालय ने यह बात श्रीलंका हमले के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को लेकर कही।

गुरुवार को नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने बताया कि श्रीलंका में ईसाई समुदाय के त्यौहार इस्टर के दिन चर्च पर हुए हमले को लेकर पहले भी भारत की ओर से संवेदना व्यक्त की गई है। साथ ही भारत आतंक के खिलाफ लड़ाई में हमेशा पीड़ित देश के साथ खड़ा है।

उल्लेखनीय है कि ईस्टर के दिन श्रीलंका में एक मुस्लिम आतंकी द्वारा किए गए हमले में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और दोगुनी संख्या में लोग घायल हुए थे। पूरी दुनिया ने इस आतंकी हमले की भर्त्सना की थी। बाद में आतंकी संगठन आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।

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