असम के IPS अधिकारी का सगा छोटा भाई आतंकी संगठन हिजबुल में हुआ शामिल
असम के पुलिस विभाग में तैनात उसके बड़े भाई असम-मेघालय कैडर के आईपीएस अधिकारी डॉ. इनामुल हक मेंगनूई का बीती रात कार्बी आंग्लांग जिले में तबादला करके गुवाहाटी भेज दिया गया।
गुवाहाटी। कश्मीर के शोपिया जिलांतर्गत हैदरपोवा निवासी मोहम्मद रफीक का 25 वर्षीय पुत्र समसुल हक मेंगनूई श्रीनगर के समीपवर्ती जाकुरा स्थित सरकारी मेडिकल कालेज में यूनानी चिकित्सा के स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। बीते 22 मई से वह अचानक गायब हो गया। कश्मीर पुलिस को पता था कि वह हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया है लेकिन पुलिस के पास कोई पुख्ता प्रमाण नहीं था। रविवार को जब हिजबुल ने समसुल हक मेंगनूई की फोटो जारी की तो पुलिस को पुख्ता सबूत मिल गया। सगे छोटे भाई समसुल हक मेंगनूई के आतंकी संगठन हिजबुल का सदस्य होने की खबर जैसे ही प्रकाश में आई, वैसे ही असम के पुलिस विभाग में तैनात उसके बड़े भाई असम-मेघालय कैडर के आईपीएस अधिकारी डॉ. इनामुल हक मेंगनूई का बीती रात कार्बी आंग्लांग जिले में तबादला करके गुवाहाटी भेज दिया गया। डॉ. इनामुल हक मेंगनूई को उत्तर गुवाहाटी स्थित कमांडो बटालियन में कमांडेंट के पद पर भेजा गया है। वह अभी तक कार्बी आंग्लांग जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात थे।
उल्लेखनीय है कि कश्मीर के आतंकी बुरहानवानी के मारे जाने की दूसरी वर्षगांठ पर रविवार को हिजबुल मुजाहिद्दीनन ने असम पुलिस के आईपीएस अधिकारी के छोटे भाई डॉ. समसुल हक मेंगनूई की अपने कैडर के रूप में हाथों में अत्याधुनिक हथियार थामे एक फोटो जारी की थी। इस फोटो के वायरल होते ही गृह मंत्रालय भी हरकत में आ गया। देखते ही देखते असम पुलिस ने डॉ. इनामुल हक मेंगनूई का कार्बी आंग्लांग जिले से तबादला कर दिया गया।
एक आईपीएस अधिकारी के भाई के आतंकी संगठन में शामिल होने की खबर जब मीडिया में सुर्ख़ियों के साथ जारी की गई तो इसको लेकर असम में भी सनसनी फैल गई। इस खबर ने असम पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के सामने भी एक बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है, पूरे देश को आश्चर्यचकित कर दिया है।