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असम : एनआरसी की सूची में 40 लाख लोगों के नाम छूटे

2,89,83,677 लोगों के नाम शामिल, एनआरसी पर 1,220 करोड़ रुपये खर्च

Update: 2018-07-30 04:29 GMT

गुवाहाटी। बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की दूसरी मसौदा सूची सोमवार को प्रकाशित हो गई। इस सूची में 2 करोड़ 89 लाख 83 हजार 677 लोगों के नाम शामिल किए गए हैं। सूची में 40 लाख 07 हजार 708 लोगों के नाम प्रकाशित नहीं किए गए हैं। इसे लेकर संसद के दोनों सदनों में दिनभर हंगामा होता रहा| हालांकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भरोसा दिया कि यह अंतिम सूची नहीं है| यह मसौदा है| इसलिए जिनका नाम छूट गया है, उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है| वे दोबारा आवेदन कर अपनी बात रख सकते हैं| फिलहाल किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी| ज्ञात हो कि कुल 3 करोड़ 29 लाख 91 हजार 384 लोगों ने आवेदन किया था।

देश के महापंजीयक शैलेश तथा गृह मंत्रालय के पूर्वोत्तर मामलों के संयुक्त सचिव सत्येंद्र गर्ग तथा एनआरसी के प्रदेश समन्वयक प्रतीक हाजेला की उपस्थिति में सोमवार को एनआरसी के मुख्यालय में यहां एनआरसी की दूसरी मसौदा सूची का प्रकाशन हुआ। ज्ञात हो कि पहली मसौदा सूची में कुल एक करोड़ 90 लाख लोगों के नाम प्रकाशित हुआ था।

असम एनआरसी के समन्वय प्रतीक हाजेला ने संवाददाताओं को बताया कि कुल दो लाख 48 हजार ऐसे लोगों के नाम को स्थगित किया गया है, जिनके नाम डी वोटर या फिर विदेशी न्यायाधिकरणों में मामले चल रहे हैं।

संवाददाता सम्मेलन में महापंजीयक शैलेश ने कहा कि इस मसौदा सूची के प्रकाशन के बाद किसी को भी आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है। आपत्ति दर्ज कराने के लिए लोगों को आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जाएगी। वैध भारतीय नागरिकों के नाम एनआरसी में शामिल किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी ने इसके लिए आवेदन नहीं दिया था तो उस विषय में कुछ कहा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सभी लोगों के एनआरसी में नाम शामिल करने के लिए आवेदन किए जाने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि नए सिरे से इसमें नाम शामिल करने के लिए आवेदन पत्र अब नहीं दिया जा सकता है। केवल आपत्ति के निपटारे के लिए ही आवेदन किया जा सकता है।



एक प्रश्न के उत्तर में महापंजीयक ने कहा कि एनआरसी के अद्यतन की प्रक्रिया में अब तक 1,220 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि जिसका नाम इस सूची में शामिल नहीं हो पाया है उसके खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी।

एनआरसी के प्रकाशन के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि यह सिर्फ एनआरसी की मसौदा सूची है। एनआरसी की अंतिम सूची नहीं है। और, जिस किसी का भी नाम इसमें शामिल नहीं हुआ है उसका नाम शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसको लेकर किसी को भी आशंकित होने की आवश्यकता नहीं है।

एनआरसी के प्रकाशन के बाद मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने राज्यवासियों से अपील की है कि वह किसी भी प्रकार से आशंकित ना हों। जिस किसी भी भारतीय नागरिक का नाम इसमें शामिल नहीं हुआ है उसका नाम अवश्य शामिल किया जाएगा। सभी को आपत्ति दर्ज कराने का पर्याप्त समय दिया जाएगा।

ज्ञात हो कि एनआरसी प्रदेश समन्वय प्रतीक हाजेला ने सुबह 10.07 मिनट पर एनआरसी की वेबसाइट पर एनआरसी की मसौदा सूची को जारी कर दिया। जिसके बाद लोग अपना नाम सर्च करने लगे। एनआरसी सेवा केंद्रों पर भी लोग अपना नाम जानने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच गए। सुरक्षा के लिहाज से सभी एनआरसी सेवा केंद्रों पर काफी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। 


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