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महाराष्ट्र से आये आंदोलनकारी किसान की दिल्ली में अम्बेडकर भवन की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत

Update: 2018-12-01 11:00 GMT
विपक्षी पार्टियों के इसी आन्दोलन शामिल होने आया था किसान, सुरक्षा का नहीं रखा ध्यान

नई दिल्ली। किसान रैली में महाराष्ट्र से आए एक किसान की दिल्ली के अंबेडकर भवन की तीसरी मंजिल से गिरकर संदिग्ध हालात में मौत हो गई।

मृतक की पहचान कोल्हापुर (महाराष्ट्र) निवासी किरण शांताराम गाउरवाड़े (52) के रूप हुई है। शनिवार तड़के अंबेडकर भवन प्रशासन ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बाद में शनिवार को ही पोस्टमार्टम कराकर उसका शव किरण के साथ आए किसानों को सौंप दिया गया। किसान शव लेकर महाराष्ट्र रवाना हो गए।

शुरुआती जांच के बाद पुलिस किरण की मौत को हादसा बताकर मामले से अपना पल्ला झाड़ रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तीसरी मंजिल की रेलिंग से गिरकर किसान की मौत हुई। इसके लिए कोई दोषी नहीं है। किरण ने खुदकुशी की, वह किसी हादसे का शिकार हुए या किसी ने उन्हें जानबूझकर फेंका, फिलहाल इस नजरिये से भी जांच जारी है। उनका विसरा कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है।

पुलिस के अनुसार किरण शांताराम परिवार के साथ गांव सैनिक तकड़ी वाड़ी, कोल्हापुर (महाराष्ट्र) के रहने वाले थे। परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी, एक बेटा और बेटी हैं। किरण का बेटा एमटेक किये हुए है। फिलहाल वह पिता के साथ ही खेती करता है। गुरुवार रात करीब दो बजे वह बाकी किसानों के साथ दिल्ली पहुंचा था। शुक्रवार को किसान रैली में शामिल होने के बाद वह अपने दो गांव के लोगों के साथ पहाड़गंज स्थित, रानी झांसी रोड पर मौजूद अंबेडकर भवन में रुक गया। यहां महाराष्ट्र व हरियाणा के कई सौ किसान रुके हुए थे।

किरण भवन की तीसरी मंजिल पर कमरा नंबर-29 में रुका हुआ था। इस बीच रात करीब 3.15 बजे लोगों ने कुछ गिरने की आवाज सुनी। उसके बाद अंबेडकर भवन में अफरी-तफरी मच गई। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। किरण शांताराम कमरे के बाहर तीसरी मंजिल से नीचे बरामदे में गिरा हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने खून से लथपथ किरण को नजदीकी लेडी हार्डिंग अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस इसे महज हादसा बता रही है। कोल्हापुर से आए किसान महावीर चिन्नाप्पा चौगुले ने बताया कि किरण ने कर्जे की वजह से आत्महत्या की। महावीर का कहना है कि जहां से किरण नीचे गिरा, वहां की रेलिंग करीब चार-साढ़े चार फुट ऊंची है।

ऐसे में हादसे की आशंका नहीं है। पुलिस फिलहाल किसान के आत्महत्या की बात से इनकार कर रही है। मामले की जांच की जा रही है। घटना के बारे में मध्य जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा का कहना है कि अंबेडकर भवन में हुई किसान की मौत पहली नजर में महज एक हादसा है। इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। शव पोस्टमार्टम के बाद गांव के किसानों को सौंप दिया गया है लेकिन मामले की जांच की जा रही है।

अपनी मांगों के लिए हजारों किसान अलग-अलग जगहों से दिल्ली में गुरुवार और शुक्रवार को इकट्ठा हुए थे। ये किसान मार्च करते हुए कल रामलीला मैदान से जंतर-मंतर पहुंचे थे, जहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर शक्ति प्रदर्शन किया था। 

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