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पश्चिम बंगाल में विस्फोटकों का बड़ा जखीरा बरामद

Update: 2019-07-10 09:40 GMT

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में विस्फोटकों का अब तक का सबसे बड़ा जखीरा बरामद हुआ है। यहां के रामपुरहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़जोला गांव में एक छोटी नहर पर बने ब्रिज के नीचे से 11 हजार 900 किलो अमोनियम नाइट्रेट और 80 हजार डेटोनेटर बरामद हुए हैं। स्थानीय पुलिस ने मंगलवार देर रात यहां छापेमारी कर इस विस्फोटक को बरामद किया है।

राज्य प्रशासन की ओर से बताया गया है कि पश्चिम बंगाल में अब तक बरामद हुए विस्फोटकों में यह सबसे बड़ा जखीरा है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि आतंकवादियों ने इसे एकत्रित करके रखा था। प्राथमिक जांच में यह भी पता चला है कि बुधवार सूर्योदय से पहले इन विस्फोटकों को राज्य के विभिन्न इलाकों में तस्करी किया जाना था, लेकिन उसके पहले ही पुलिस की टीम ने इसे जब्त कर लिया है।


पूरे क्षेत्र को घेर दिया गया है। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। इलाके में मौजूद सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। जिला पुलिस की ओर से इन विस्फोटकों की बरामदगी की सूचना राज्य सीआईडी और कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को दी गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी इसका संज्ञान लिया है। फिलहाल, एनआईए ने इस मामले की जांच अपने हाथ में नहीं लिया है।

उल्लेखनीय है कि बीरभूम जिले से सटे बर्दवान के खगड़ागढ़ में 02 अक्टूबर, 2014 को भीषण बम विस्फोट हुआ था, जिसकी जांच एनआईए कर रही है। इसमें बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जेएमबी के आतंकियों के अड्डे का पता चला था। यह भी जानकारी मिली थी कि बर्दवान में बैठकर आतंकियों ने भारत के साथ-साथ एशियाई प्रायद्वीप और अन्य देशों में आतंकी वारदातों को अंजाम देने की योजना बनाई थी।

इस मामले में एक वांटेड आतंकी हबीबुर रहमान को गत 25 जून को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है। उसकी निशानदेही पर गत सात जुलाई को बेंगलुरु के एक गुप्त ठिकाने से देसी तकनीक से निर्मित डेटोनेटर, इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और अन्य विस्फोटक जब्त किए गए।

अब जब बीरभूम से इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक मिले हैं तो सुरक्षा एजेंसियां आश्वस्त हैं कि इसके पीछे भी आतंकियों का ही हाथ है। जिला पुलिस के साथ मिलकर अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी सीमावर्ती क्षेत्र में जांच अभियान चला रही हैं। खास बात यह है कि बीरभूम जिला विगत एक महीने से बारूद के ढेर पर ही बैठा हुआ है। विगत 20 दिनों के अंदर एक स्वास्थ्य केंद्र और एक क्लब के अंदर बड़ा ब्लास्ट होने से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। (हि.स.)

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