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ग्वालियर में पसरा डेंगू, स्वास्थ्य विभाग हुआ लापरवाह, मरीजों के नहीं हैं पूरे आंकड़े

CMHO द्वारा डेढ़ माह पूर्व निर्देश जारी करने के बाद भी निजी अस्पतालों में पलंग नहीं हुए आरक्षित

Update: 2022-11-23 08:53 GMT

ग्वालियर। जले में डेंगू ने पैर पसारे तो इसकी आड़ में निजी पैथोलॉजी व अस्पतालों में जमकर कार्ड से जांच की ही जा रही हैं। साथ ही संक्रमित मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं पहुंचाई जा रही है। जिस कारण स्वास्थ्य विभाग के पास डेंगू के स्पष्ट आंकड़े नहीं हैं। जिसका उदाहरण दो दिन पूर्व सामने आए पूर्व सीएमएचओ डॉ. एस.एस. जादौन के बेटों का ही है। दरअसल पूर्व सीएमएचओ डॉ. जादौन के दो बेटों को डेंगू होने की पुष्टि हुई थी। डॉ. जादौन के बेटों की जांच बारादरी चौराहा स्थित सर्वोदय पैथोलॉजी में की गई थी, लेकिन उत संक्रमितों की जानकारी सीएमएचओ कार्यालय को नहीं भेजी गई। जिस कारण स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में डॉ. जादौन के बच्चों को शामिल ही नहीं किया गया। जबकि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा ने निजी अस्पतालों के संचालक व शासकीय अस्पतालों के प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि डेंगू बुखार के सभावित रोगी का प्रथम पांच दिन के बुखार की अवधि में डेंगू जांच एन.एस.1 एन्टीजन एलाइजा किट से एलाइजा पद्धति से की जाए। पांच दिवस से अधिक अवधि के बुखार के रोगी की डेंगू रोग की जांच एन्टीबॉडी बेस्ट किट एलाइजा पद्धति द्वारा की जाए। साथ ही संक्रमित निकलने पर सीएमएचओ कार्यालय को तत्काल जानकारी उपलब्ध कराई जाए, लेकिन सीएमएचओ कार्यालय में शहर की कई निजी पैथोलॉजी जहां कार्ड टेस्ट तो कर ही रहीं हैं, साथ ही मरीजों की जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।

अधिकारियों की टूटी नींद, तीन को थमाए नोटिस

इधर डेंगू का प्रकोप बढऩे के बाद अब लापरवाह जिम्मेदार अधिकारी अब मैदान में उतरे हैं और तीन कर्मचारियों को नोटिस भी थमाए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विवेक दौनेरिया मंगलवार को लश्कर क्षेत्र का भ्रमण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एंटी लार्वा सर्वे में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया। 

  • मलेरिया इंस्पेक्टर नरेन्द्र बाथम
  • जूनियर मलेरिया इंस्पेक्टर धनीराम कुशवाह 
  • सर्विलेंस कर्मचारी पी.डी. शर्मा 

डेंगू के 24 नए मरीज मिले

गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की माइक्रोबायोलॉजी एवं जिला अस्पताल की लैब में मंगलवार को हुई जांच में 24 नए मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। इसमें ग्वालियर के 24 वर्षीय पुलकित, 25 वर्षीय सपना, 10 वर्षीय अनमोल, 6 वर्षीय विक्रम, 16 वर्षीय सौरभ, 12 वर्षीय अनुराग, 72 वर्षीय मोहा बाई, 14 वर्षीय शिवम, 25 वर्षीय कोमल, 38 वर्षीय सहदेव, 15 वर्षीय चिराग, 16 वर्षीय हिमांशु, 37 वर्षीय मोहमद, 21 वर्षीय मनीष, 12 वर्षीय रामनिवास, 9 वर्षीय मीनू, 33 वर्षीय रामवती, 6 वर्षीय शिवान्या, 13 वर्षीय रितुराज एवं 11 वर्षीय राखी शामिल हैं। इसके अलावा भिण्ड से 11 वर्षीय कृष्णा, 19 वर्षीय अंकिता, मुरैना के 26 वर्षीय सुरेन्द्र, 7 वर्षीय शिवा, 5 वर्षीय प्रभात शामिल हैं। 

निजी अस्पतालों में भी पलंग नहीं आरक्षित

सीएमएचओ द्वारा डेढ़ माह पूर्व सभी निजी अस्पतालों को निर्देश जारी करते हुए कहा था कि अस्पतालों में उपलब्ध पलंगों के दस प्रतिशत पलंग डेंगू मरीजों को भर्ती करने के लिए आरक्षित किए जाएं, लेकिन सीएमएचओ के निर्देश का निजी अस्पतालों में तो दूर शासकीय अस्पतालों में ही पालन नहीं किया गया है। शासकीय अस्पतालों में अगर डेंगू का कोई मरीज पहुंचता भी है तो उसे सामान्य मरीजों के साथ ही भर्ती कर दिया जाता है। जिससे अन्य मरीजों को भी डेंगू होने का खतरा बना हुआ है।

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