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'वायु' तूफान तेजी से बढ़ रहा गुजरात की तरफ, जानें इसकी रफ्तार

-12 जून को रात्रि 2 बजे तक गुजरात के तट पर 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलेगी -राज्य सरकार ने अलर्ट की स्थिति के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द करने का आदेश दिया

Update: 2019-06-11 09:26 GMT

राजकोट/अहमदाबाद। अरब सागर में बना डीप डिप्रेशन तूफान में तब्दील हो रहा है। 135 किमी. रफ़्तार से आगे बढ़ रहा 'वायु' नाम का यह तूफान अभी वेरावल पोर्ट से 690 किलोमीटर दूर है। यह तूफान गुजरात के तट पर 12 जून को रात्रि 2 बजे के बाद दिव के पास वनाक्बारा-सरखादी के बाद हिट होगा, तब समुद्र में लहरें 2 मीटर तक ऊंची जा सकती हैं। सौराष्ट्र में गरज के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने लगाया है और 130 से 140 किमी. की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।

सौराष्ट्र के हर बंदरगाह पर नंबर 1 सिग्नल लगाया गया है और जामनगर के नए बंदरगाह पर नंबर 2 सिग्नल लगाया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है। उना के समुद्री न्यूबेंड पर चक्रवात के कारण 300 से अधिक छोटी मछली पकड़ने वाली नौकाएं लौट आई हैं। 200 से अधिक फिशिंग नौकाएं ऊना सैय्यद राजपारा बंदरगाह पर लौट रही हैं। दूसरी ओर वेरावल पोर्ट की सभी नौकाएं लौट आई हैं और मछुआरे सुरक्षित बंदरगाह पर पहुंच गए हैं। कल समुद्र में 47 नावें थीं जिन्हें बंदरगाह पर वापस बुला लिया गया है। 'वायु' तूफान के मद्देनजर गीर-सोमनाथ के 40 गांवों के लोगों को विस्थापित किया गया है, इनमें वेरावल के 9, सुत्रपाड़ा के 7, कोडिनार के 8 और उनाके 17 गांव हैं। एनडीआरएफ की 15 टीमें सौराष्ट्र और कच्छ में तैनात की गई हैं। जिले की पूरी व्यवस्था सतर्क हो गई है।

मत्स्य विभाग के अनुसार पोरबंदर जिले में सभी 4229 नावें बंदरगाह पर लौट आई हैं। आज सुबह तूफान की भयावहता देखने के बाद जाफराबाद बंदरगाह पर नंबर 1 सिग्नल लगाया गया है। साथ ही अमरेली जिले के प्रत्येक तालुका में नियंत्रण कक्ष शुरू किया गया है। इस बीच, जिला कलेक्टर ने अलर्ट स्थिति के बाद कर्मचारियों के अवकाश रद्द कर दिए हैं। पिछले चार दशकों के भीतर अमरेली जिले में पांच तूफान तबाही मचा चुके हैं।

द्वारका जिले के 10 बंदरगाहों से पंजीकृत सभी 5221 नौकाएं तट पर पहुंच गई हैं। मछुआरों पर 15 अगस्त तक के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। 'वायु' तूफ़ान का असर कच्छ में आज शाम से दिखने लगेगा। मौसम विभाग ने कच्छ के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।

मौसम विभाग ने रात को जारी बुलेटिन में कहा कि चक्रवात में बदल रहा 'वायु' तूफ़ान अभी वेरावल से 690 किमी. दूर है। भुज मौसम विभाग कार्यालय के राकेश कुमार ने कहा कि कच्छ के बीच तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और 45 से 75 किमी. की गति से हवा चलने की संभावना है। मंगलवार शाम को बादल छाने लगेंगे। वलसाड कलेक्टर सीआर खरसान ने ट्वीट कर कहा है कि वलसाड जिले की तटीय सीमाओं से लगे सौराष्ट्र, ओखा, जाखू, वेरावल जाने वाले मछुआरे सागर नहीं जा पाएंगे। मछुआरों को आकस्मिक परिस्थितियों में सतर्क रहने के लिए कहा गया है। इसके लिए कंट्रोल रूम से फोन नंबर 262632-243238 और 02632-1077 पर संपर्क करना होगा। दक्षिण गुजरात में नवसारी कलेक्टर मोडीया ने तूफान से नुकसान को रोकने के लिए एहतियाती उपाय करने के लिए बैठक बुलाई। कलेक्टर ने कहा कि तूफान से किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सरकारी तंत्र को मदद करने में सहयोग करें।सहायक मत्स्य निदेशक ने मछुआरों को संभावित बारिश और बारिश की संभावना के साथ जिले के तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को लौटने का आदेश दिया है। 

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