मंगलवार से बैंकों की दो दिन की देशव्यापी हड़ताल, कांग्रेस ने दिया नैतिक समर्थन
नई दिल्ली। अगर आपका बैंक से जुड़ा कोई भी काम है तो उसे आप आज ही निपटा लें। ऐसा करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा, क्योंकि इस हफ्ते दो दिन बैंक बंद रहने की संभावना है। दरअसल इसकी वजह यह है कि सरकारी बैंक कर्मचारी संगठनों के एक धड़े ने 9 और 10 जनवरी को दो दिन की देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। यह हड़ताल केंद्र सरकार की कथित श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ 10 केंद्रीय कर्मचारी संगठनों ने बुलाया है, जिसे बैंक कर्मचारी संगठनों का एक धड़ा समर्थन दे रहा है।
कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ हड़ताल
केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोधी में बैंक कर्मचारियों के 10 केंद्रीय संगठनों के आह्वान पर यह हड़ताल बुलाई गई है।इन दो दिनों में बैंकों के कर्मचारी ऑफिस में कोई कामकाज नहीं करेंगे। यानी 8 और 9 जनवरी को देश भर के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।
इंडियन बैंक्स एसोसिएश्न को दे दी है जानकारी
बजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को आईडीबीआई बैंक की ओर से हड़ताल के संबंध में जानकारी दे दी गई है। सेबी को दी गई जानकारी में कहा गया है कि ऑल इंडिया बैंक इंप्लाई एसोसिएशन (एआईबीईए) और बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) की ओर से इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) हड़ताल की जानकारी दे दी है। आईबीए से कहा गया है कि आठ और नौ जनवरी को देशभर के सार्वजनिक बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इलाहाबाद बैंक ने भी बीएसई को बताया है कि कर्मचारियों के मुद्दे और मांगें भी उद्योग जगत के स्तर की हैं और हड़ताल का आह्वान भी उद्योग के स्तर पर ही किया गया है।
बैंक में हड़ताल की ये है वजह
वाम समर्थित श्रमिक संगठनों की ओर से न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपये और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने की मांग को लेकर हड़ताल का आह्वान किया गया है, वहीं कांग्रेस ने इस हड़ताल को नैतिक समर्थन दिया है। (हि.स.)