मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित "नागरिकता संशोधन विधेयक" दूसरी बार लोकसभा से पास, भड़के ओवैसी
311 वोटों से बिल लोकसभा में पास
नई दिल्ली/वेब डेस्क।लोकसभा में आज मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित नागरिकता संशोधन बिल पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई। सभी सुझावों पर चर्चा करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष के सभी सवालो का जवाब दिया। चर्चा खत्म होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने बिल पर डिवीज़न के लिए वोटिंग करने का निर्णय लिया जिसमे बिल के पक्ष में 311 वोट और विपक्ष में सिर्फ वोट पड़े। बहुमत के साथ यह दूसरी बार लोकसभा से पास हो गया। संभवतः यह बिल अब बुधवार को राज्यसभा में लाया जायेगा।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएएम) के असद्दुदीन ओवैसी ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को मुस्लिम विरोधी करार देते हुए भड़क गए और विधेयक की प्रति को फाड़ दिया। विधेयक पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह विधेयक मुसलमानों को देश विहीन करने का प्रयास है जिससे देश का दुबारा विभाजन हो सकता है।
चर्चा में कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई ने नागरिकता संशोधन विधेयक को नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए इसका विरोध किया जबकि भाजपा की मीनाक्षी लेखी और अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने विधेयक का समर्थन किया। लेखी ने पाकिस्तान में हिन्दूओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के बारे में कई दस्तावेज सदन के पटल पर रखे। उन्होंने विधेयक का विरोध करने वाले सदस्यों के व्यवहार को पाकिस्तान परस्त बताया जिस पर कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने तीव्र आपत्ति व्यक्त की।